नई दिल्ली:
हर नवजात बच्चे को जन्म के तुरंत बाद जॉनडिस यानि पीलिया का रोग हो जाता है। आमतौर पर नए माता पिता घबरा जाते हैं, लेकिन यह पीलिया स्वभाविक है और लगभग हर बच्चे को हो जाता है। इसलिए पीलिया होने पर घबराएं नहीं, लेकिन इसे हल्के में भी नहीं लें। डॉक्टर नीलम मोहन के अनुसार मां के गर्भ में नौ महीने तक रहते हुए नवजात बच्चे को 50 प्रतिशत कम ऑक्सीजन मिल पाता है, लेकिन गर्भ का फ्लूड ऑक्सीजन की उस कमी को दूर करता है। जन्म के तुरंत बाद नवजात को खुली हवा में सांस लेने का मौका मिलता है, जिसकी वजह से ब्लड सेल्स तेजी से टूटने लगता हैं, बच्चा एक साथ इतनी ऑक्सीजन को श्वांस के जरिए अंदर नहीं ले पाता है। खून में मिली ऑक्सीजन की अधिक मात्रा सेल्स ब्लूरूबिन के रूप में टूट कर पेशाब के जरिए बाहर निकलती हैं। जन्म के समय बच्चे के पेशाब के धब्बे पर ध्यान देना चाहिए, यदि यह अधिक पीला है तो पीलिया की जांच जरूरी है।