नई दिल्ली: जानवरों की फोटो देखकर उसकी पहचान, गणित के ऐसे सवाल जो एक एक बच्चा बना सकता है जैसे कि 100 में सात घटाएं… ऐसे सवालों के जवाब देकर दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मेंटल हेल्थ चेकअप हुआ और 100 पर्सेंट जवाब देकर ट्रंप ने अपनी काबिलियत भी साबित कर दी है। लेकिन, हकीकत यह है कि ट्रंप ने इस जांच से कवेल अपने आलचकों को जवाब दिया है और इससे ज्यादा कुछ नहीं है।
भारतीय डॉक्टरों का कहना है कि यह जांच केवल मेमोरी लॉस यानि क्या आप भूलते तो नहीं है, इसलिए की जाती है। क्लीनिक सायक्लोजिस्ट जया सुगुल का कहना है कि इस जांच को मॉन्ट्रियल कॉग्निटिव असेसमेंट टेस्ट कहा जाता है। इस जांच से कहीं यह साबित नहीं होता है कि इंसान का कितना ब्रिलिएंट है? डॉक्टर ट्रंप को अपना मेंटल बिहेवियर टेस्ट करानी चाहिए थी, जो उन्होंने नहीं कराया। उन्होंने कहा कि यही जांच हम यहां भी अपने मरीजों का कराते हैं, इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। यह एक बेसिक टेस्ट है, 30 अंक में से औसतन हर मरीज इतना अंक ले आता है। 26 अंक से कम आने पर उनकी मेमोरी लॉस का इलाज करते हैं।
ट्रंफ के सार्वजनिक हुए मेडिकल रिपोर्ट में ट्रंप को पूरी तरह हेल्दी बताया गया है, लेकिन साथ में वजन कम करने की सलाह दी है। उन्हें मोटापे के करीब बताया गया है। राष्ट्रपति का वजन 108 किलो और लंबाई छह फीट तीन इंच है। राष्ट्रपति बनने के एक साल बाद 71 वर्षीय ट्रंप की पहली मेडिकल जांच पिछले शुक्रवार को वाशिंगटन स्थित एक सैन्य अस्पताल में हुई थी। डॉक्टर जैक्सन के अनुसार ट्रंप के लिए इस जांच की जरूरत नहीं थी।