नई दिल्ली: बढ़ते तापमान से लोगों के पसीने छूटने लगे हैं। अस्पतालों में सन स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और डायरिया के मरीजों की संख्या अब तेजी से बढ़ने लगी है। डॉक्टरों का कहना है कि गर्म होते मौसम में थोड़ी भी लापरवाही खतरनाक हो सकता है। 90 पर्सेंट मामले में ज्यादा देर तक धूप में रहने की वजह से ही हो रही है, इसलिए धूप से बचें।
डॉक्टर का कहना है कि बॉडी एक ऐसा सिस्टम है जो खुद को कंट्रोल करता है, चाहे गर्मी हो या फिर सर्दी। जब बॉडी में हीट का लेवल बढ़ता है तो उस हीट का बाहर निकलना जरूरी होता है। आमतौर पर यह हीट बॉडी से पसीने के जरिए बाहर निकलती है। जब सन स्ट्रोक होता है तब यह हैम्पर हो जाता है। इसकी वजह से हाइग्रेड फीवर होता है। सन स्ट्रोक की वजह से बॉडी के ऑर्गन पर भी इफेक्ट पड़ता है, कुछ लोगों में ब्लड का आरबीसी टूटने लगता है, जिसे हाइपरथर्मिया कहा जाता है।
डॉक्टर ने कहा कि ब्रेन में हाइपोथैल्मस एक पार्ट होता है, जो बॉडी के टेंपरेचर को कंट्रोल करता है। इस वजह से बॉडी का टेंपरेचर 95 से 98 फॉरनहाइट के बीच रहता है। लेकिन जब हीट की वजह से हाइपोथैल्मस अबनॉर्मल होने लगते हैं तो बॉडी का टेंपरेचर भी बढ़ने लगता है। इसे मेडिकल भाषा में सन स्ट्रोक या लू लगना कहा जाता है। डॉक्टरके अनुसार बॉडी में सोडियम और पोटैशियम होना भी जरूरी है। अगर किसी को डिहाइड्रेशन हो जाए तो उसे थोड़ी-थोड़ी देर में नींबू पानी, ओआरएस व ग्लूकोज पिलाते रहना चाहिए। इससे शरीर में सोडियम और पोटैशियम की मात्रा बनी रहती है। यदि यह कमी समय पर पूरी ना हो तो किडनी और ब्रेन पर असर पड़ सकता है।
डॉक्टर के के अग्रवाल का कहना है कि किसी को हीट एग्जॉशन हो सकती है। जब कोई बहुत देर तक गर्मी में रहे, या लेंब समय तक एक्सरसाइज करे तो उनके बॉडी में पानी और इलेक्ट्रोटाईप की कमी हो जाती है। शरीर की मांसपेशियां कमजोर होने लगती है, जिससे दर्द होने लगता हैं। इन दिनों 90 पर्सेंट परेशानी लंबे समय तक धूप में रहने से ही हो रही है।
इन बातों का रखें ध्यान-
: जहां भी जाएं पानी की बोतल साथ ले जाएं
: ज्यादा मीठे वाले और पैकेट वाले जूस से बचें
: थोड़ी-थोड़ी देर बाद पानी पीते रहें
: गहरे और तंग कपड़े नहीं पहनें।
: तरबूज, खरबूजा, खीरा जैसे फल और सब्जियां खाएं
: ज्यादा थकाने वाला एक्सरसाइज नहीं करें
: खाली पेट बाहर ना जाएं और ज्यादा देर तक धूप में रहने से बचें।
: चेहरे को ढक कर रखें और सनग्लासेस पहने।
: भरपूर मात्रा में लिक्विड लें। शरीर में मिनरल और सॉल्ट की कमी न होने दें।
: दिन में 10 से 12 ग्लास पानी पिएं।
: काले रंग के छाते की जगह लाइट कलर का छाता इस्तेमाल करें।
: गर्म और ज्यादा मात्रा में खाना ना खाएं।