नई दिल्ली,
पूर्वी दिल्ली स्थित स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट की 44 नर्सों ने 100 घंटों की ऑनकोलॉजी नर्सिंग प्रशिक्षण को पूरा किया। इस प्रशिक्षण के पूरा होने के बाद सभी नर्सों को प्रमाणपत्र दिया गया। यह प्रशिक्षण अमेरिकी सेंटर ऑफ कैंसर द्वारा दिया गया।
वहीं, इसके अलावा चार हेल्थ केयर प्रोफेशनल को ऑस्ट्रेलिया के पीटर मैककुलम कैंसर सेंटर के लंग्स प्रीसेप्टरशिप प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षण के बाद यह प्रमाणपत्र दिया गया।
स्वास्थ्यकर्मियों को यह प्रमाणपत्र कैंसर सेंटर ऑफ अमेरिका के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर राजेश मंथेना, रौश के सीओओ विनय सुब्रमण्यम, दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान के निदेशक डॉक्टर किशोर सिंह, संस्थान के ऑनकोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉक्टर प्रज्ञा शुक्ला और नर्सिंग विभाग की सहायक निदेशक डॉक्टर अनिता नाकरा ने वितरित किया।
दिलशाद गार्डन के दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान और रौश के बीच हुए करार के मुताबिक पैरामेडिक कर्मचारियों को प्रीसेप्टरशिप प्रोग्राम के तहत दो बैच में ट्रेनिंग दी गई। पहली ट्रेनिंग 20 जून से 9 जुलाई और फिर दूसरी ट्रेनिंग 18 जुलाई से 6 अगस्त के दौरान संस्थान में दी गई।
ऑनकोलॉजी नर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्देश्य संस्थान के नर्सों को कैंसर के मरीजों की खास तरह से देखभाल, उनकी काउंसलिंग और उनको दिए जाने वाले दवाई की अच्छी समझ को लेकर दी गई। तमाम नर्स को सिर्फ क्लास रूम के जरिए थ्योरी ही नहीं, मरीजों के बीच व्यवहारिक ट्रेनिंग भी दी गई। इस ट्रेनिंग के जरिए बाहर के देशों के तकनीकि की जानकारी उनके उपचार का तरीका संस्थान के स्वास्थ्यकर्मियों को सीखने और समझने को मिली।
तीन हफ्तों के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ऑन्कोलॉजी के बारे में सही समझ, दवाई की मिक्सिंग और उसको तैयार की विधि, नई तकनीक और मरीजों की देखभाल में विदेशों में कैंसर के मरीजों को लेकर अपनाई जा रही विधि की अच्छी समझ पैदा करना था।
प्रोग्राम वास्तव में हेल्थ केयर प्रोफेशनल की क्लिनिकल क्षमता को बढ़ाने के लिए एक शैक्षिक पहल है। इस पहल का मुख्य ध्येय उन्नत उपचार तकनीक, देखभाल के मानक और रोग के प्रभावी प्रबंधन में दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट के स्वास्थ्यकर्मियों के ज्ञान को बढ़ावा देना है। फेफड़े और स्तन कैंसर में सर्टिफिकेशन कार्यक्रम ऑस्ट्रेलिया के पीटर मैक कुलम कैंसर सेंटर के सहयोग से आयोजित किया गया था। इसमें चार हेल्थ केयर प्रोफेशनल ने हिस्सा लिया और सफलतापूर्वक ट्रेनिंग किया।
दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान के ऑनकोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रज्ञा शुक्ला ने कहा कि हम रोश फार्मास्यूटिकल्स के आभारी हैं जिनकी मदद से मेरे सपने और विचार को साकार करने में मदद मिली। डॉक्टर शुक्ला ने कहा कि जिन्होंने भी ट्रेनिंग ली है वो अपने सहयोगियों को इस दौरान हासिल किए गए समझ और बारीकियों को पहुंचाए। नहीं तो कोई भी ट्रेनिंग फेल है अगर वो सिर्फ कार्यक्रम में भाग लेने वालों तक ही सिमट कर रह जाए।
वहीं, संस्थान के निदेशक डॉक्टर किशोर सिंह ने कहा कि ये ट्रेनिंग हमारे कर्मचारियों को रोगियों की बेहतर देखभाल की समझ के साथ उनके उपचार में मदद करेगा। बढ़ते कैंसर मरीजों के बीच इस ट्रेनिंग की मदद से हमारे डॉक्टर और नर्स रोगियों की बेहतर देखभाल करने की स्थिति में होंगे।
रोश फार्मा के सीओओ श्री विनय सुब्रमण्यम ने कहा कि ये हम मरीजों की भलाई के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। ये ट्रेनिंग पैरामेडिकल स्टाफ को बेहतर तरीके से मरीजों को सेवा देने में मदद करेगा।
कैंसर सेंटर्स ऑफ अमेरिका के कार्यकारी निदेशक और मुख्य विकास अधिकारी राजेश मंथेना ने बताया कि पहली बार किसी सरकारी संस्थान ने हमें अपने कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने के लिए कहा है। आने वाले दिनों में भी हम तकनीक की नई विधा और मरीजों के बेहतर प्रबंधन के लिए सहयोग देने को तैयार हैं।