दिल्ली के विमहंस अस्पताल में कोरोना टीकाकरण में गड़बड़ी

नई दिल्ली
दिल्ली के नेहरू नगर स्थित विमहंस (विद्यासागर इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ, न्यूरो एंड एलायड साइंसेस) और द्वारका के बिनसप अस्पताल में कोरोना टीकाकरण संबंधी केन्द्र सरकार की गाइडलान की अवहेलना की गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सचिव को भेजे पत्र में विमहंस सहित एक अन्य अस्पताल में कोरोना वैक्सीनेशन प्रोटोकॉल में गड़बड़ी पर 48 घंटे के भीतर जवाब मांगा है। दोनों अस्पतालों में 45 साल से कम उम्र के लोगों को स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर की श्रेणी में कोरोना का वैक्सीन लगाया गया।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दिल्ली सरकार स्वास्थ्य सचिव को भेजे गए नोटिस में दिल्ली के सीवीसी कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर पर गड़बड़ी की शिकायत को लेकर जवाब मांगा गया है। कोरोना वैक्सीन सरकार ने अति जोखिम के बीच काम करने वाले लोगों के लिए सबसे पहले शुरू की, इसके बाद दो फरवरी से बुजुर्गो और 45 से 49 आयुवर्ग के ऐसे लोगों को वैक्सीन के दायरे में शामिल किया गया जिन्हें एक साथ कई बीमारियां हैं। इसके बाद एक अप्रैल से इसे 45 साल से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए शुरू कर दिया गया। दिल्ली के विमहंस अस्पताल और द्वारका के बिनसप अस्पताल में कोविड वैक्सीन प्रोटोकॉल में गड़बड़ी पाई गई, यहां स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंंटलाइन की श्रेणी में 45 साल से कम लोगों को भी वैक्सीन दिया गया। मामले पर मंत्रालय ने स्वास्थ्य सचिव दिल्ली सरकार ने 48 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। कोरोना महामारी के इस दौर में वैक्सीन को अति आवश्यक कमोडिटी माना गया है। नेकवैक द्वारा (नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीनेशन) दिल्ली सहित अन्य राज्यों के निजी केन्द्र के सीवीसी कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर के कोविन एप पर आई जानकारी का विश्लेषण किया गया। जिसमें यह गड़बड़ी पाई गई, जरूरमंद वैक्सीन के लिए इंतजार कर रहे हैं जबकि कुछ लोग गलत तरीके से वैक्सीन लगवा रहे थे। इस बावत जब विमहंस और बिनसप अस्पताल के संबंधित अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया।

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