दिल्ली में केमिकल लीक से 450 छात्राएं बीमार

नई दिल्ली, भाषा: दक्षिणपूर्वी दिल्ली के तुगलकाबाद क्षेत्र में दो स्कूलों के निकट रासायनिक रिसाव की वजह से विषैला धुआं निकलने के बाद करीब 450 छात्राओं को अस्पतालों में भर्ती कराया गया। दिल्ली सरकार ने घटना के मामले में तुगलकाबाद डिपो के अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है तथा मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दिया है। अधिकतर बच्चियों को कुछ घंटे बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गयी, वहीं चार छात्राओं को दो अस्पतालों के आईसीयू में निगरानी में रखा गया है।

दिल्ली सरकार के रानी झांसी स्कूल और गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं को सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन की शिकायत के बाद निकटतम अस्पतालों में ले जाया गया। पुलिस के अनुसार सुबह करीब 7:35 बजे तुगलकाबाद डिपो के कस्टम इलाके में कोई रासायनिक पदार्थ रिसने के बारे में फोन कॉल आई थी। पुलिस ने बताया कि कंटेनर में रखा रसायन चीन से आयात किया गया था और हरियाणा के सोनीपत ले जाया जाना था। तुगलकाबाद डिपो के कस्टम इलाके में सुबह करीब 7:20 बजे लीकेज की जानकारी मिलने के बाद प्रभावित छात्राओं को हमदर्द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, अपोलो, बत्रा और ईएसआईसी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

हमदर्द अस्पताल में नौ से 15 साल की उम्र की करीब 250 छात्राओं को भर्ती कराया गया था। अस्पताल के अधिकारियों ने कहा, ‘‘उन्हें आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत और पेट में दर्द की समस्या थी। उन सभी को भर्ती कराया गया और उपचार किया गया।’’ संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ ऐजाज मुस्तफा ने कहा, ‘‘अधिकतर छात्राओं को छुट्टी दे दी गयी है। दो को आईसीयू में भर्ती कराया गया है। 103 छात्राओं और तीन अन्य लोगों को ओखला के ईएसआईसी अस्पताल में भेजा गया और बाद में छुट्टी दे दी गयी। दो बच्चियां अब भी ईएसआईसी अस्पताल में भर्ती हैं और आईसीयू में निगरानी में हैं। अपोलो अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि वहां भर्ती कराई गयी 61 बच्चियों और एक वयस्क की हालत स्थिर है। अपोलो अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही बच्चे आये, अस्पताल में तत्काल आपदा योजना को प्रभाव में लाया गया और प्रतीक्षा क्षेत्र में अस्थाई विशेष आपदा वार्ड बनाया गया।

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