नई दिल्ली
एनआईवी ने केरल के 23 वर्षीय छात्र में निपाह वायरस की पुष्टि की है। इससे पहले छात्र को एर्नाकुलम में एक निजी अस्पताल में संक्रमण के लक्षण के चलते भर्ती किया गया था। निपाह की आशंका के चलते जांच के लिए छात्र के सैंपल को दिल्ली स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजा गया। जहां सोमवार को सैंपल में निपाह वायरस की पुष्टि की गई। इससे पहले राज्य सरकार ने निपाह संक्रमण को लेकर लोगों से अफवाह न फैलाने की अपील की थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार केरल के छात्र को निपाह की पुष्टि हुई है। संक्रमण की पुष्टि होने के बाद केन्द्र सरकार मोनोक्लोनल दवा राज्य को भेजेगी, यह दवा आस्ट्रेलिया से मंगाई गई है, आस्ट्रेलिया में जानवरों से होने वाले हिंडेरा वायरस से बचाव के लिए मोनोक्लोनल दवा को विशेष रूप से सुरक्षित रखा जाता है। मालूम हो कि निपाह वायरस की वजह से वर्ष 2018 में केरल में 17 लोगों की जान गई थी, वायरस से पहली मौत 19 मई 2018 को हुई थी। वर्ष 1999 में मलेशिया और सिंगापुर में वायरस के संक्रमण से बचने के लिए एक लाख सुअर को मारा गया था। केरल से पहले 2004 में बंगलादेश में निपाह संक्रमण देखा गया था।