नई दिल्ली: भाषा: गोमती नगर के राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की एमआरआई मशीन में प्रदेश के मंत्री सत्यदेव पचौरी के सुरक्षाकर्मी गनर की पिस्टल मशीन में लगे चुंबक की वजह से खींच कर मशीन में फंस गयी। मशीन में पिस्टल फंसने से जोरदार आवाज के साथ मशीन बंद हो गयी। अब इसे ठीक होने में करीब दस दिन का समय लगेगा।
अस्पताल के निदेशक डॉक्टर दीपक मालवीय के अनुसार शुक्रवार की शाम कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी निम्न रक्तचाप की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जब पचौरी को एमआरआई करने विशेष कमरे में ले जाया गया। इस दौरान उनका गनर मुकेश कमर में पिस्तौल लगाकर एमआरआई कक्ष में घुस गया। मैगनेटिक जोन में आ जाने से गनर की पिस्तौल तेजी से खिंचकर मशीन में चिपक गयी। इससे मशीन तेज आवाज के साथ रुक गयी। इस घटना के बाद मंत्री का एमआरआई भी नहीं हो सका।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार एमआरआई में हाई मैगनेटिक होता है जो किसी भी लोहे की चीज को अपनी ओर तेजी से खींच लेता है. इसी लिये एमआरआई कक्ष के बाहर साफ लिखा होता है कि कोई भी लोहे का सामान लेकर कमरे के अंदर न जाये। यहां तक कि घडी, किसी भी तरह का आभूषण तक अंदर ले जाने की इजाजत नही होती। अस्पताल के टेक्नीशियन के ध्यान नहीं देने के कारण गनर मुकेश पिस्तौल लेकर अंदर चला गया। अस्पताल के निदेशक डा. मालवीय के अनुसार संस्थान ने मशीन के इंजीनियरों की टीम बुला ली है और इंजीनियर उसे ठीक करने में लगे है और इसे ठीक होने में करीब दस दिन का समय लगेगा।
उन्होंने माना कि इस कारण अस्पताल में आने वाले मरीजो की एमआरआई जांच फिलहाल नही हो पायेगी। गौरतलब है कि कानपुर के गोविंदनगर के विधायक और प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी कल सुबह हरदोई एक सरकारी कार्यक्रम में भाग लेने गये थे। वहां उनकी तबियत खराब हो गयी तो उन्हें वहां से तुरंत लखनउ के लोहिया इंस्टीट्यूट लाया गया था