नई दिल्ली,
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का शनिवार को निधन हो गया। उनका लंबे समय से एम्स में इलाज चल रहा था। आठ अगस्त को सांस लेने में दिक्कत के बाद उन्हें एम्स के आईसीयू में भर्ती किया गया था। तमाम प्रयास के बाद भी चिकित्सक उन्हें नहीं बचा पाएं। शनिवार दोपहर 12.07 मिनट पर उन्होंने आखिरी सांस ली। पूर्व केन्द्रीय मंत्री के निधन की आधिकारिक पुष्टि एम्स द्वारा जारी की गई है।
वरिष्ठ भाजपा नेता लंबे समय से बीमार चल रहे थे, सांस लेने में दिक्कत की वजह से उन्हें एक्मो मशीन पर भी रखा गया था। एक्मो हार्ट एंड लंग्स मशीन होती है, मरीज को इस मशीन पर उस सूरत में रखा जाता है, जबकि दिल और फेफड़े काम करना बंद कर देते हैं। कुछ दिन पहले ही चिकित्सकों ने उनकी ट्रेक्टॉमी की थी, जिसके जरिए उनको गले से ही फीड किया जा रहा था। उन्हें सांस लेने में दिक्क्त होने के कारण आठ अगस्त को एम्स में भर्ती किया गया।
लंबे समय से वरिष्ठ नेता उनको देखने के लिए एम्स पहुंच रहे थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सहित गृह मंत्री निर्मला सीतारमण सहित कई नेताओं ने एम्स पहुंच कर उनकी सेहत का जायजा लिया। शनिवार को एम्स की तरफ से जारी आधिकारिक सूचना के बाद उनके निधन की पुष्टि की गई।