फिलिप्स इंडिया करेगी स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार

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नई दिल्ली, हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी क्षेत्र की अग्रणी कंपनी फिलिप्स इंडिया ने हेल्थमैप डायग्नोस्टिक्स के साथ समझौते में अपने सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल द्वारा किफायती और सुगम स्वास्थ्य सेवाएं पेश करते हुए दो साल पूरे कर लिए हैं। फिलिप्स का लक्ष्य पीपीपी केंद्रों की संख्या 17 से बढ़ाकर 36 तक ले जाने का है।
कंपनी ने गुरुवार को एक बयान में कहा, ‘‘2015 के अगस्त में शुरू किया गया पीपीपी समझौते का लक्ष्य कम आय वाले लोगों के लिए किफायती मूल्य में देश में सतत हेल्थ डायग्नोस्टिक्स नेटवर्क का निर्माण करना है। इनोवेटिव टेक्नोलॉजी की मदद से फिलिप्स का लक्ष्य इन्वेस्टमेंट फंडिंग बढ़ाकर पीपीपी केंद्रों की संख्या वर्तमान में 17 से 2019 में 36 ऑपरेशनल केंद्रों तक ले जाने का है।’’ वर्तमान में हरियाणा में 10 स्थानों पर कार्यशील पीपीपी केंद्र हैं।इनमें से कुछ स्थान हैं – रोहतक, गुड़गांव, पंचकुला, मेवात, सोनपत (ग्राम – खानपुर), भिवाड़ी, अगरोहा। अन्य दो केंद्र भी जल्द शुरू होनेवाले हैं। हरियाणा के पीपीपी केंद्र केवल उच्च श्रेणी की सेवाएं प्रदान करते हैं, यानी यहां उच्च एमआरआई और सीटी स्कैन – 1.5 टेसला एमआरआई, उच्च श्रेणी के
सीटी स्कैन उपलब्ध हैं। हरियाणा में पीपीपी अभियान आज तक 150,000 एमआरआई और सीटी स्कैन पूरे कर चुका है। हेल्थमैप ने अपने दूसरे पीपीपी पर सभी 24 जिलों के लिए झारखंड सरकार के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए। अभी तक यह रांची, धनबाद, जमशेदपुर आदि के साथ 7 स्थानों पर कार्यशील है। कंपनी की विज्ञप्ति के अनुसार, वर्ष 2016 की शुरुआत तक झारखंड में 17 नए केंद्र खोल दिए जाएंगे। इस टेक्नोलॉजी में ऑर्थोपीडिक्स, न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी और ट्रॉमा केयर जैसी विशेषताओं के आधार पर मौलिक रेडियोलॉजी जैसे ईसीजी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड से लेकर उच्च श्रेणी के सीटी एवं एमआर आदि शामिल हैं।

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