मां का दूध ही नहीं, नवजात को धूप भी चाहिए

मां के दूध के साथ ही नवजात शिशु को धूप की भी जरूरत है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के पीडियाट्रिक विभाग द्वारा किए गए शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि गर्भवती महिलाओं में विटामिन डी की कमी का असर नवजात शिशुओं की हड्डियों पर पड़ रहा है। जिसको दूर करने के लिए जन्म के पांच से दस दिन के बाद नियमित रूप से शिशु को 15 मिनट की धूप जरूर मिलनी चाहिए। हालांकि संस्थान ने विटामिन डी के राष्ट्रीय कार्यक्रम में गर्भवती महिलाआें को प्रमुखता से शामिल करने का भी सुझाव दिया है।
ढाई महीने से साढे तीन महीने के 98 स्वस्थ नवजात शिशुओं पर किए गए शोध में पाया गया कि 92.6 माताआें व 86.5 प्रतिशत शिशुओं में जरूरत के अनुसार विटामिन डी की मात्रा नहीं है,जिसमें 90.3 प्रतिशत शिशुओं में व 73.1 प्रतिशत माताओं में हाइपरपैराथॉराडिज्म की स्थिति देखी गई, जो बाद में चलकर हड्डियों रिकेट्स, मॉल न्यूट्रिशियन व त्वचा संबंधी बीमारियों का कारण बन सकती है। शोध में 47 शिशुओं का सर्दियों में अध्ययन किया गया जबकि 51 बच्चों का चयन गर्मियों के अध्ययन के लिए किया गया। अध्ययन में शिशुओं की माताओं को भी शामिल किया गया। पीडियाट्रिक्स विभाग की प्रमुख शोधकर्ता डॉ. वंदना जैन के अनुसार जिन शिशुओं में विटामिन डी कम था, उनकी माताओं में पहले से वीडी कम था। जिसकी प्रमुख वजह अधिक मात्रा में सनस्क्रीन लोशन व धूप न सेंकना भी पाया गया। दरअसल अब भी जन्म के बाद माताएं बच्चों को कपड़े में लपेटकर व घर के अंदर अधिक रखती हैं, जिससे बचपन में उनके शरीर का मिलने वाली अतिरिक्त अल्ट्रावायलेट किरणें हड्डियों को नहीं मिल पाती है। शोध के आंकड़ों को देखते हुए जन्म के 15 दिन के बाद ही शिशुओं को नियमित रूप से 15 मिनट की धूप जरूर बताई गई।

क्या है प्रमुख कारण
थॉयरॉयड ग्रन्थि में बनने वाला पैराथॉरमोन शरीर में कैल्शियम की मात्रा को नियंत्रित करता है। जबकि धूप और विटामिन डी की निरंतर कमी एक से दो साल बाद इन बच्चोें के विकास पर असर डालती है। उस समय लोग विटामिन डी के अन्य विकल्प को अपनाने पर अधिक ध्यान देते हैं।

क्या है सुझाव
-सुबह 10 बजे से 3 बजे की धूप है बेहतर
-महिलाओं को अधिक सनस्क्रीन प्रयोग करना सही नहीं
-इससे शरीर को मिलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणें नहीं मिलतीं
-महिलाओं में विटामिन डी की कमी किशोरावस्था से ही की जाएं
-विटामिन डी के राष्ट्रीय कार्यक्रम में विटामिन डी में गर्भवती महिलाएं हो शामिल

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