ग्रेटर नोएडा,
देश में हृदय रोगों की बढ़ती घटनाओं के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारा ग्रेटर नोएडा में तीन किलोमीटर की वाकाथॉन का आयोजन किया गया।
चलता रहे मेरा दिल के तहत वॉकथॉन को सुबह 5:30 बजे अस्पताल परिसर से झंडी दिखाकर रवाना किया गया और तीन किलोमीटर के मार्ग को कवर किया गया। जो सुबह 7:30 बजे अस्पताल में समाप्त हुआ।
मुख्य अतिथि, गौतम बुद्ध नगर के पुलिस आयुक्त श्री आलोक सिंह (आईपीएस), और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री लव कुमार ने इस वॉकथॉन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस वॉकथॉन में डॉक्टरों, अस्पताल के कर्मचारियों और स्थानीय निवासियों सहित 500 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिसमें रोटरी क्लब, इनरव्हील क्लब, गोल्डन फेडरेशन, सीनियर सिटीजन सोसायटी, ग्राम प्रधान और एनजीओ आदि भी शामिल थे। प्रतिभागियों को टी-शर्ट और जलपान प्रदान किया गया।
विश्व हृदय दिवस 2021 के अवसर पर, वॉकथॉन के बाद एक इंटरेक्टिव सेशन में हार्ट अटैक की रोकथाम और उसके उपचार के तरीकों पर चर्चा की गई। इस चर्चा को कार्डियोलॉजी विभाग डॉ पंकज रंजन और डॉ दीपांकर वत्स द्वारा संबोधित किया गया।
अस्पताल प्रबंधन द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए आलोक सिंह ने कहा कि हम सभी चिकित्सा क्षेत्र द्वारा किए गए कुशल प्रयासों को सलाम करते हैं। स्वस्थ हृदय के लिए शारीरिक गतिविधि और स्वस्थ जीवन शैली के महत्व पर जागरूकता बढ़ाने के लिए अस्पताल द्वारा उठाया गया यह एक और रोगी केंद्रित कदम है। टीकाकरण अभियान के बावजूद, लोगों को अपने संपूर्ण स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहने की आवश्यकता है, क्योंकि सक्रिय जीवनशैली हृदय रोगों को दूर रखने के सर्वोत्तम और सस्ते तरीकों में से एक है।
यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉक्टर कपिल त्यागी ने बताया कि कि हृदय रोगों के बढ़ते मामलों का मुख्य कारण खराब और गतिहीन जीवनशैली है। अधिकांश भारतीय आबादी हार्ट अटैक के लक्षणों के बारे में अभी भी अनजान है इसलिए इस प्रकार के कार्यक्रमों की मदद से हम लोगों को जागरुक करना चाहते हैं। इस वॉकथॉन का उद्देश्य लोगों को हार्ट अटैक की रोकथाम और उसके उपचार के तरीकों के बारे में समझाना था। स्वस्थ आहार, चलना, व्यायाम और नियमित शारीरिक गतिविधि को बढ़ावा देना इस के मुख्य पहलुओं में से एक है, जो आपके दिल को स्वस्थ रखता है।
लव कुमार ने बताया कि दिल के दौरे को कभी बुजुर्गों की समस्या माना जाता था लेकिन धीरे-धीरे यह युवाओं के बीच भी आम हो रहा है। खराब जीवनशैली की आदतों (धूम्रपान, शराब, खराब खाने की आदतें और गतिहीन जीवनशैली) के कारण मध्यम आयु वर्ग की आबादी समय से पहले ही दिल की समस्याओं से जूझने लगी है। हालांकि, अनुवांशिक रोगों को पूरी तरह से नियंत्रित नहीं किया जा सकता है, लेकिन जीवनशैली में बदलाव करने से एक बड़ा बदलाव आ सकता है।”
ग्रेटर नोएडा स्थित यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी निदेशक, डॉ दीपांकर वत्स ने बताया कि, “दिल को स्वस्थ रखने के लिए ब्रिस्क वॉकिंग सबसे अच्छा व्यायाम है। यह समग्र शरीर के लचीलेपन, दिल के स्वास्थ्य में सुधार, एलडीएल (खराब), कोलेस्ट्रॉल और मोटापे को कम करने में मदद करता है जिससे उच्च रक्तचाप, हार्ट अटैक और डायबिटीज का खतरा कम होता है। यह मानसिक तनाव और चयापचय से निपटने में भी मदद करता है इसलिए शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा देना आवश्यक है।”