डिमेन्शिया और अल्जाइमर जैसी बीमारी से दूर रहने के लिए विटामिन बी का सेवन कारगर हो सकता है। विटामिन बी के प्रमुख 12 तरह के प्रकारों में बी वन को न्यूरोलॉजिकल डिस्आर्डर को नियंत्रित रखने के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। अल्जाइमर और डिमेन्शिया दिवस पर अंतराष्ट्रीय संस्था द्वारा भारत में बीमारी को कम करने के लिए प्रमुख सुझाव स्वास्थ्य मंत्रालय को दिए हैं।
अल्जाइमर डिसीस इंटरनेशनल के कार्यकारी निदेशक मार्क वार्थमन ने बताया 4 प्रमुख देशों में किए गए अध्ययन में पाया गया है कि जिन लोगों में विटामिन बी का नियमित सेवन किया उनमें भूलने की बीमारी की संभावना 40 फीसदी कम देखी गई। हालांकि बीमारी के कारण को लेकर भारत में अभी इस तथ्य को प्रमाणित नहीं किया गया है। नये अध्ययन के बाद अल्जाइमर बीमारी से बचाव के लिए विशेषज्ञ विटामिन बी के सेवन पर जोर दे रहे हैं। अल्जाइमर एंड रिलेटेड डिस्आर्डर डिसीज ऑफ इंडिया के डॉ. के जैकब रॉय ने बताया कि देश में किए गए शोध के बाद 36 लाख बुजुर्गो को बीमारी से पीड़ित पाया गया है। बीमारी से बचाव के लिए पारिवारिक सहयोग, पौष्टिक आहार में विटामिन बी-वन को शामिल करने पर जोर दिया जा रहा है।
क्या है विटामिन बी के प्रमुख कार्य
-पानी में घुलनशील विटामिन बी प्रमुख 12 प्रकार में पाया जाता है।
-बी-वन को मेटाबालिज्म व मस्तिष्क की क्रियाशीलता बढ़ाता है।
-विटामिन बी-12 को फोलिक एसिड भी कहा जाता है, जो रक्तअल्पता दूर करता है।
-विटामिन बी-2,3,4,5,6 व 5 को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने व सेल्स की वृद्धि में सहायक माना गया है।
-मछली, केला व आनाज में विटामिन बी की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है।