सफदरजंग अस्पताल में साड़ी की आड़ में हुआ प्रसव

नई दिल्ली,
राजधानी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मंगलवार को एक दर्दनाक वीडियो वायरल हुआ। दर्द से कराहती एक महिला ने अस्पताल परिसर में ही साड़ी की आड़ में बच्चे को जन्म दिया। महिला को एक रात पहले अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया था। लेकिन रात में महिला का न तो अल्ट्रासाउंड और किसी तरह का इलाज दिया गया। देर शाम केन्द्र सरकार ने मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की, इस संदर्भ में पांच डॉक्टरों को ड्यूटी ने निलंबित कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला को नोएडा के दादरी से अस्पताल में लाया गया था। हालांकि साड़ी की आड़ में प्रसव होने का वीडियो वायरल होने के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामला बढ़ने के बाद दिल्ली महिला आयोग ने अस्पताल को नोटिस जारी किया। आयोग ने 24 जुलाई तक अस्पताल से इस संदर्भ में जवाब मांगा है।
राजधानी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के परिसर के अंदर में सड़क किनारे दर्द से कराहती एक माँ ने बच्ची को जन्म देने का वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद लोगों ने अस्पताल प्रशासन पर खूब तंज कसा। आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अस्प्ताल प्रशासन को नोटिस भेज 25 जुलाई तक जबाब मांगा है। दादरी से एक महिला सफदरजंग अस्पताल आयी थी लेकिन उसे एडमिट नही किया गया और सुबह बीच सड़क मजबूर होकर पीड़ित महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। फिलहाल माँ-बच्ची दोनों स्वस्थ्य है और वार्ड में भर्ती है।
जब कल शाम महिला को उसके परिवार वाले यहां लेकर आये, तो रात 10 बजे तक अल्ट्रासाउंड के लिए इंतजार करते रहे। बाद में यह कहकर मना कर दिया की मशीन खराब हो गई है। रात भर महिला दर्द से कराहती रही,,परिवार वाले मिन्नतें करते रहे। लेकिन डॉक्टरों ने एडमिट नही किया आज दिन में आखिर दर्द से चिल्लाती महिला ने अस्पताल के कम्पाउंड में सड़क किनारे बच्ची को जन्म दिया। महिलाओं ने इज्जत बचाने के लिए साड़ी से घेरा बनाया।
इसी बीच जब अंदर वार्ड में पता चला तो नर्स डॉक्टर भागकर आये और तुरन्त महिला और नवजात बच्ची को वार्ड में ले गए। जहां दोनों अब स्वस्थ्य हैं। लेकिन सवाल यह खड़ा हो रहा है की जब देश के सबसे बड़े हॉस्पिटल में से एक सफदरजंग में यह हाल है तो दूसरे हिस्से के हॉस्पिटल पर लोग क्या भरोसा करेंगे। अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट इस पूरी लापरवाही पर सफाई देने के लिए चार घंटे तक मीडिया को अपने दफ्तर में बिठा कर रखा।

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