नई दिल्ली,
सफदरजंग अस्पताल की ओपीडी में अब यूनानी विधा का भी इलाज मिल पाएगा। इलाज की प्राचीन पद्धति यूनानी और सिद्धा को बढ़ावा देने के केन्द्र सरकार के प्रयास के तहत अधिक से अधिक सरकारी अस्पतालों में आयुर्वेद, यूनानी, योग, सिद्धा और होम्योपैथी को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र शुरू किए गए हैं। इसी क्रम में सफदरजंग का यूनानी मेडिकल सेंटर दिल्ली का तीसरा यूनानी केन्द्र होगा, इससे पहले राम मनोहर लोहिया और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में यूनानी विधि से इलाज किया जा रहा है। सफदरजंग की ओपीडी में यूनानी केन्द्र की शुरूआत आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीपद नायक द्वारा की गई।
मौके पर उपस्थित मंत्री ने कहा कि सीसीआरयूएम (सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन यूनानी)और सीसीआरएस(सेंट्रल काउंसल फॉर रिसर्च इन सिद्धा) के अंर्तगत यूनानी केन्द्र की शुरूआत की गई है, इलाज की प्राचीन सभी विधा को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार आयुष मंत्रालय की आयुष्मान भारत योजना के तहत 1.5 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शुरू करेगी, जिसमें चार हजार वेलनेस सेंटर इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगें। उन्होंने कहा कि सफदरजंग में शुरू हुए यूनानी केन्द्र की मदद से देशभर के मरीज यूनानी और सिद्धा के जरिए इलाज प्राप्त कर सकेंगे। इस अवसर पर उपस्थित आयुष मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव प्रमोद कुमार पाठक ने कहा कि नेशनल पब्लिक हेल्थ सिस्टम के जरिए आयुष को मुख्य इलाज के साथ ही बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे मरीजों को होलेस्टिक इलाज प्राप्त हो सके। सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के तहत आयुर्वेद, योग और सिद्धा को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस अवसर पर सिद्धा मेडिसन पर शोध की पुस्तिकाएं भी जारी की गईं।