सर्दियों में न करें पानी को नजरअंदाज

नई दिल्ली,
सर्दियां आते ही लोग पानी से बचने लगते हैं, नहाने का विकल्प तो गरम पानी से ढुंढ लिया जाता है। इन सबके बीच सबसे बड़ी गलती यह होती हैं कि हम साधारण खाना खाने के बाद भी पानी की मात्रा घटा देते हें। खाने के बाद आधा गिलास या फिर दो घुंट ही पानी पी कर रह जाते हैं। गफलत यह भी है कि पानी पीने के बाद सर्दी अधिक लगती है। लेकिन सर्दियों में पानी को नजर अंदाज करना कई परेशानियों की वजह बन सकता है। इसलिए जरूरी है कि गर्मियोंं में दिनभर यदि आप छह गिलास पानी पी रहें हैं तो सर्दी में यह मात्रा चार गिलास जरूर होनी चाहिए
आहार विशेषज्ञ और दिल्ली डायटिटिक एसोसिएशन की प्रमुख डॉ. किरन दीवान कहती हैं कि “सर्दियों में भी शरीर को गर्मियों जिनती ही पानी की जरूरत होती है, लेकिन प्यास न लगने के कारण हम शरीर की जरूरत के हिसाब से पानी नहीं पीते हैं। जबकि शरीर के टॉक्सिक पद्धार्थो को बाहर निकालने के लिए पानी की बेहद जरूरत होती है। पानी कम पीने से कई लोगों में सर्दियों में कब्ज की शिकायत होती है। बीएलकपूर अस्पताल की डायटिशियन डॉ. सुचि सोहल कहती हैं पानी में एंटी ऑक्सीडेंट तत्व होते हैं। यही तत्व खाने द्वारा ली गई कैलोरी और ग्लूकोज को सभी अंगों तक पहुुंचाते हैं। सर्दियों में पानी की कमी से उर्जा का यह चक्र उल्टा हो जाता है, हम वसा और ग्लूकोज की मात्रा तो बढ़ा देते हैं, लेकिन पानी की कमी होने से यह वसा का एलडीएल (लो डेंसिटी लिपिड प्रोटीन या अच्छा कोलेस्ट्राल) और ग्लूकोज की (कैलोरी) खून में सही ढंग से डिजाल्व या मिल नहीं पाती है। यही कारण है कि सर्दियों में चर्बी और सेंट्रल ओबेसिटी (पेट का मोटापा) की समस्या अधिक होती है। इसलिए गर्मियों में प्रतिदिन 8 से 10 गिलास पानी की जरूरत को सर्दियों में छह से सात गिलास से कम नहीं करना चाहिए।

क्या पानी का महत्व
-शरीर के 70 प्रतिशत हिस्से में पानी होता है
-मस्तिष्क में सीएसएफ(सेरिब्रोस्पाइनल फ्लूड) के रूप में उपस्थित पानी शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है।
-आंखों की ल्यूब्रिकेटस की प्रक्रिया भी पानी के जरिए ही होती हैं, इसकी कमी से आंखों में सूखापन हो सकता है।
-जोड़ों को घुमाने के लिए जरूरी कार्टिलेज का निर्माण भी पानी से ही होता है।
-अकेले लिवर में बनने वाले हजारों एंजाइम्स का स्त्राव पानी की वजह से ही होता है।
-पानी शरीर के सेल्स से न्यूट्रिशियन और ऑक्सीजन हर जगह पहुंचाता है।

कितना जरूरी पानी
-गर्मियों में 8 से 10 गिलास तो सर्दियों में छह गिलास पानी जरूर लें
-चाय और काफी पानी के विकल्प नहीं हो सकते, सूप और जूस अपना सकते हैं
-यदि ठंडे पानी से परहेज करते हैं तो हल्का गुनगुना पानी खाने के बाद लिया जा सकता है।
-सर्दियों में भी पानी का नियमित इस्तेमाल माइग्रेन और कब्ज के साथ ही नसों के संकुचन की समस्या को रोक सकता है।

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