नई दिल्ली,
सोमवार से देशभर में 15 से 18 साल के बच्चों के लिए कोविड टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। दिल्ली के विभिन्न केन्द्रों पर इस वर्ग के टीकारण की तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं। दिल्ली के एक केन्द्र पर बच्चों की पसंदीदा किताब, कार्टून चरित्र सहित सैनेटाइजर आदि की भी व्यवस्था की। शनिवार तक कोविन पोर्टल पर टीकाकरण के लिए तीन लाख बच्चों ने पंजीकरण कराया। इस श्रेणी के सभी बच्चों को कोवैक्सिन लगेगी, सभी जिलो में ऑनलाइन स्लॉट एप्वाइंटमेंट की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इससे पहले केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 27 दिसंबर को बच्चों के टीकाकरण से संबंधित दिशा निर्देश जारी किए थे। इसमें आधार कार्ड नहीं होने पर दसवीं कक्षा की मार्कशीट अपलोड करके या टीकाकरण केन्द्र पर मार्कशीट दिखाकर भी वैक्सीन लिया जा सकता है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी जानकारी के अनुसार विश्वभर में ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच सभी का टीकाकरण अनिवार्य है, इसी क्रम में तीन जनवरी से 15 से 18 साल के आयुवर्ग को वैक्सीन दिया जाएगा। सभी बच्चों को भारत बायोटेक द्वारा निर्मित स्वदेशी कोवैक्सिन ही दी जाएगी, इसके लिए रविवार देर शाम तक सभी तैयारियां पूरी कर ली गई। बच्चों के टीकाकरण केकोविन पर पंजीकरण शुरू किया जा चुका है। जिसमें अभी तक तीन लाख बच्चों का टीकाकरण के लिए पंजीकरण किया गया। इसी क्रम में स्वास्थ्य कर्मचारी और फ्रंटलाइन वर्कर को संक्रमण के प्रति अधिक सुरक्षा देने के लिए दस जनवरी से बूस्टर डोज दी जाएगी, यह डोज उन सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को दी जाएगी, जिन्हें कोविड की दोनों डोज लग चुकी है और वैक्सीन लिए हुए उन्हें 39 हफ्ते या नौ महीने से अधिक का समय बीत चुका है। इसके साथ ही साठ साल से अधिक उम्र के ऐसे बुजुर्गो को बूस्टर डोज दी जाएगी जिन्हें एक साथ कई बीमारियां या कामोबिडिज है, कोमोबिडिज के लिए अब सीनियर सिटिजन को चिकित्सक का प्रमाण देने की जरूरत नहीं होगी। बच्चों के लिए कोविन पोर्टल पर जो व्यवस्था की गई है वह इस प्रकार है-
– वर्ष 2007 या इससे पहले जन्मे बच्चों का कोविन पोर्टल का पंजीकरण किया जा सकेगा
– पूर्व में कोविन प्लेटफार्म पर पंजीकरण करा चुके लाभार्थी बच्चों के टीकाकरण के लिए भी कोविन का प्रयोग कर सकते हैं
– पूर्ववत व्यवस्था की तरह ही टीकाकरण केन्द्र पर पहुंच कर भी पंजीकरण कराया जा सकता है।
– सभी बच्चों को केवल कोवैक्सिन ही दी जाएगी क्योंकि देश में कोवैक्सिीन को ही बच्चों पर इमरजेंसी प्रयोग की अनुमति दी गई है।