नई दिल्ली,
कोरोना वैक्सीन को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों के मन में उठ रहे तमाम शंकाओं के समाधान को लेकर बुधवार को दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान में सवाल जवाब सत्र का आयोजन किया गया। इसमें स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी चिंता और डर भी ज़ाहिर किया और उनकी सारी चिंताओं का समाधान सवाल जवाब सत्र में किया गया। इसमें अधिकांश स्वास्थ्य कर्मचारियों ने पूछा, वैक्सीन लगवना क्या जरूरी है? यह कितनी सुरक्षित है? नये स्ट्रेन का हमला हो गया तो आदि प्रश्न पूछे। जिनका उपस्थित विशेषज्ञों ने जवाब भी दिया।
इस मौके पर दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ. बी एल शेरवाल, दिल्ली मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ अरुण गुप्ता, डी एस सी आई के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ रविंदर सिंह और क्लीनिकल ऑनकॉलॉजी की विभागाध्यक्ष डॉ प्रज्ञा शुक्ला ने अपने स्वास्थ्यकर्मियों के सवाल का जवाब दिया। विशेषज्ञों ने कोशिश की कि भ्रांतियां ख़त्म हो और लोग वैक्सिनेशन को लेकर आगे आएं। जिससे आम जनता में भरोसे की बहाली हो पाए। अपने संबोधन में दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ शेरवाल ने कहा कि हमें अपने सरकार और वैज्ञानिकों पर भरोसा रखना चाहिए। क्योंकि परीक्षण और औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ही वैक्सिनेशन ड्राइव की शुरुआत हुई है। स्वास्थ्यकर्मियों को प्राथमिकता इसलिए है क्योंकि कोरोना के जंग में शुरुआत से हम आगे रहे हैं और अभी भी जंग हमारे दम पर ही है। दिल्ली मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ अरुण गुप्ता ने कहा कि ये डरने का वक्त नहीं। अपने डर से लडने का वक्त है। ये वैक्सिनेशन ड्राइव हमारे लिए अवसर है जिसका फायदा हमें उठाना चाहिए। इस दौरान कई स्वास्थ्यकर्मियों ने शंकाओं को लेकर सवाल पूछे जिसको बारी बारी से तमाम वरिष्ठ डॉक्टरों ने जवाब के ज़रिए दूर करने की कोशिश की।
इस आयोजन का मकसद अपने स्वास्थ्यकर्मियों को मानसिक तौर पर मजबूत बनाने और हौसला बढ़ाने का भी रहा। इस दौरान डॉ प्रज्ञा शुक्ला विभागाध्यक्ष, क्लीनिकल ऑनकोलॉजी ने ये भी बताया कि बारी का इंतज़ार किए बगैर स्वेच्छा से आगे आएं और वैक्सीन लगवाएं। स्वास्थ्यकर्मियों के मनोबल बढ़ाने को लेकर एक सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया जहां वैक्सीन लगाने के बाद वो सेल्फी ले सकें और उनको छूट दी गई की इस सेल्फी को वो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डालें ताकि जनता और बाकी स्वास्थ्यकर्मियों में एक अच्छा संदेश जाए और डर का खात्मा हो। इस दौरान दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ रविंदर सिंह ने कोरोना की शुरुआत से अबतक की स्थिति के बारे में स्वास्थ्यकर्मियों को बताया और ज़ोर दिया कि जिम्मेदारी हमारी भी है। लिहाज़ा जब शुरुआत में नहीं डरे तब अब जब हमारे पास वैक्सीन है तो हमें आगे ज़रूर आना चाहिए।