नई दिल्ली,
कोरोना हवा द्वारा नहीं फैलता, मांसाहार का सेवन करने से नहीं फैलता आदि ऐसी कई वजहें जिससे कोरोना होने की बातें भ्रम के रूप में फैलाई जा रही हैं। लेकिन कोरोना उस सब चीजों से हो सकता है, जिसको मनाह करने पर भी सख्ती से नियमित आदतों में शामिल न किया जाएं। आपको हाथ धोने की आदत नहीं है, बार बार मुंह पर हाथ फेरने की आदत है और छींकते समय रूमाल रखने की आदत नहीं हैं तो निश्चित रूप से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। बचाव के लिए मास्क के साथ ही यह सभी आदतें कोरोना साधारण फ्लू जैसे संक्रमण से बचने के लिए भी आवश्यक हैं। इसमें सबसे अधिक जोर इस बात पर दिया जा रहा है कि बार बार मुंह पर हाथ नहीं लगाना है और हाथों को हर आधे घंटे में अच्छे से धोना है। जानते हैं ऐसा क्यूं कहा जा रहा है।
कंफेडेरेशन ऑफ मेडिकल एसोसिएशन ऑफ एशियन और ओशियाना के प्रमुख डॉ. केके अग्रवाल कहते हैं कि कोरोना के वायरस छींकते समय, खांसते समय या थूकते समय मनुष्य के मुंह से निकली ड्राप लेट में होते हैं, यदि वह व्यक्ति मुंह पर मास्क या रूमाल रखकर नहीं छींकता तो छींक के कण जिस भी जगह पर रहेगें, उस जगह पर दूसरे व्यक्ति द्वारा हाथ लगाने पर वह उस तक पहुंच गए, अब यही व्यक्ति संक्रमित हाथों को बार बार मुंह या नाक के पास लेकर जाएगा जो वायरस आसानी से शरीर में प्रवेश कर जाएगें, इसलिए छींक आने के बाद बाहर कहीं जाने के बाद या किसी से पैसे का लेन देन करने के बाद तुरंत हाथ धोएं, किसी भी सूरत में संक्रमित हाथ मुंह या नाक तक नहीं जाना चाहिए। प्रयोग किए गए रूमाल या टिश्यू पेपर को तुरंत बदल देना चाहिए, जिससे संक्रमण शरीर में प्रवेश न कर पाएं।