नई दिल्ली,
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की मदद से सोमवार को चंडीगढ़ से आए दिल को सही समय पर एम्स पहुंचा दिया गया। इसके लिए दिल्ली एअरपोर्ट के टर्मिनल थ्री से एम्स कैंपस तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। वर्किंग दिन होने के कारण इस रास्ते पर काफी जाम था, एअरपोर्ट से एम्स तक इस दूरी को कवर करने में कम से कम 60 से 65 मिनट का समय लगता है। लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने आरबो के साथ सामंजस्य बनाते हुए मात्र 20 मिनट में दिल को एम्स पहुंचा दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के पास शुक्रवार सुबह एम्स आरबो से ग्रीन कॉरिडोर बनाने के लिए फोन आया, जिसमें चंडीगढ़ से एक दिल को एम्स तक बेहद कम समय में पहुंचाना था। विस्तारा एअरलाइन से दिल को दिल्ली एअरपोर्ट के टर्मिनल थ्री तक पहुंचाया गया, इसके बाद ग्रीन कॉरिडोर बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई। आरबो से संपर्क होने के बाद एसआई दयाराम और सीटी सुरेन्द्र की अगवानी में ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया, अति व्यस्त टै्रफिक होने के बाद भी 16 किलोमीटर की दूरी मात्र बीस मिनट में तय कर ली गई और कोल्ड बाक्स में लाए गए दिल को एम्स के सीएनसी सेंटर पहुंचा दिया। मालूम हो कि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की नई गाइडलाइन्स के अनुसार एंबुलेंस फस्र्ट की मुहिम चलाई जा रही है, जिसमें एंबुलेंस को रास्ता नहीं देने पर चालान काटा जाना निर्धारित किया गया है। अंगप्रत्यारोपण के जरूरी नियम में मस्तिष्क मृत शरीर के दिल का पांच से छह घंटे के भीतर प्रत्यारोपण किया जा सकता है। मायोकार्डियल या हार्ट इंलार्ज जैसी बीमारी में दिल का प्रत्यारोपण ही मरीज की जान बचा सकता है। हालांकि एम्स से अभी इस बात की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है कि चंडीगढ़ से लाए गए दिल को किस मरीज में प्रत्यारोपित किया गया