नई दिल्ली,
सफदरजंग अस्पताल में गुर्दे व मूत्ररोग संबंधी बीमारी का इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों के लिए एक अच्छी खबर है। संस्थान में गुर्दे और मूत्र रोग के लिए रोबोटिक ओटी की शुरूआत कर दी गई है, इसकी औपचारिक शुरूआत केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन द्वारा की गई। रोबोट की मदद से कम समय में सर्जरी को किया जा सकता है, इससे अस्पताल में मरीजों की प्रतीक्षा सूची को कम किया जा सकेगा। रोबोटिक सर्जरी प्रोग्राम को सुपरस्पेशलिटी ब्लॉक में शुरू किया गया है।
गुर्दा प्रत्यारोपण और मूत्ररोग विभाग के प्रमुख डॉ. अनूप कुमार ने बताया कि अब तक 24 मरीजों का इलाज रोबोटिक सर्जरी प्रोग्राम के तहत किया जा चुका है, यह सभी मरीज पेशाब संबंधी गड़बड़ी, प्रोस्टेट और गुर्दे की परेशानी के शिकार थे। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि यूरो में कैंसर आदि बीमारियों का इलाज भी रोबोटिक ओटी में किया जा सकेगा और यह बिल्कुल निशुल्क होगा। सफदरजंग रोबोटिक किडनी प्रत्यारोपण करने वाला देश का पहला सरकारी अस्पताल होगा। गुर्दे और मूत्रसंबंधी गड़बड़ियों का इलाज कराने के लिए निजी अस्पतालों में मरीजों को चार से पांच लाख रुपए खर्च करने पड़ते हैं। रोबोट की मदद से की गई सर्जरी से कम समय में बिना खून के अधिक बहाव व बिना चीरा लगाए इलाज किया जा सकता, इसके लिए इसमें मरीज को अस्पताल से जल्दी छुट्टी मिल जाती है, हालांकि रोबोट का प्रयोग महिला एवं प्रसूति के अलावा हृदय रोगों के लिए भी किया जा सकता है। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के संजीव कुमार, डीजीएचएस डॉ. संजय त्यागी सहित स्वास्थ्य मंत्रालय के कई अधिकारी मौजूद थे।