नई दिल्ली: सोशल मीडिया इलेक्ट्रिशियन ताकि हसन के लिए वरदान साबित हुआ। जिंदगी और मौत से जूझ रहे लखनऊ के ताकि हसन के पास अपने इलाज के लिए पैसे नहीं थे, लेकिन सोशल मीडिया पर जब उनके इलाज के लिए मदद मांगी गई तो देश विदेश के ऐसे लोगों ने मदद की, जिसे ताकि हसन जानता तक नहीं था। आठ लाख रुपये की यह मदद सोशल मीडिया के जरिए संभव हुआ। सर्जरी के बाद ताकि हसन ने सोशल मीडिया के साथ साथ तमाम मददगारों का धन्यवाद किया।
जानकारी के अनुसर लखनऊ निवासी 35 वर्षीय ताकी हसन के इलाज के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिये पैसा जुटाया गया। हसन को आंख और नाक के बीच ट्यूमर हो गया था। इंटीरियर कार्नियोफाशल रेसेक्शन सर्जरी के जरिये ट्यूमर निकाला गया। हसन के इलाज के लिए ऑस्ट्रेलिया के सिख और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने धन जुटाया।
फोर्टिस अस्पताल के न्यूरोसर्जरी विभाग के निदेशक डॉ. राणा पातिर ने बताया कि ट्यूमर चेहरे और नाक के बीच था, इसलिए सर्जरी के दौरान निकाली गई त्वचा को दोबारे बनाने के लिये कमर के हिस्से से त्वचा ली गयी। 16 घन्टे तक सर्जरी चली। हसन ने बताया कि जब सर्जरी के लिए उनके पास पैसे नहीं थे, ऑस्ट्रेलिये के एक दोस्त ने फेसबुक पर् मदद के लिए अपील की, जिसके बाद ताकी के इलाज के लिए 8 लाख रूपये जुटाये गए, हसन पेशे से इलेक्ट्रिशन हैं।