नई दिल्ली,
कैंसर के इलाज की नई उम्मीद सामने आई है। यूएस में एक दवा के परीक्षण के दौरान ट्रायल में शामिल हुए सभी 12 मरीजों में कैंसर पूरी तरह से खत्म हो गया। रेक्टल या मल द्वार के कैंसर से जूझ रहे सभी मरीजों को डॉस्टारलिमैब दवा दी गई, जिसके कारकर परिणाम देखे गए। वैज्ञानिकों का कहना है कि हमने ऐसा पहली बार देखा कि दवा के इस्तेमाल के बाद मरीजों में कैंसर सेल्स पूरी तरह खत्म हो गईं। शोध के परिणाम को इंगलैंड की शोध पत्रिका जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित किया गया है।
स्टडी के लेखक डॉ. लुइस ए डियाज का कहना है कि कैंसर के इतिहास में पहली बार किसी दवा से सभी मरीज ठीक हुए। आज तक ऐसी कोई दवा या इलाज नहीं बना जिससे कैंसर का सफाया हो जाए। भले ही यह स्टडी छोटी है, लेकिन इस जानलेवा बीमारी के खिलाफ बड़ी कामयाबी है। वहीं, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के डॉ. एलन पी विनूक ने कहा कि किसी कैंसर रिसर्च में हर एक मरीज का ठीक हो जाना अपने आप में नई बात है।
6 महीने तक हर 3 हफ्ते में दिया गया एक डोज
ट्रायल में अमेरिका में रहने वाले 18 मरीजों को शामिल किया गया था। ये सभी कैंसर की समान स्टेज में थे। वैज्ञानिकों ने इन्हें 6 महीने तक लगातार डॉस्टरलिमैब का डोज दिया। हर डोज 3 हफ्ते के बाद दिया गया। 12 महीने बाद मरीजों के शरीर से ट्यूमर पूरी तरह गायब हो चुका था। एंडोस्कोपी, ढएळ स्कैन और टफक स्कैन में भी ट्यूमर का नामोनिशान नहीं मिला। अगले दो साल चेक अप करने पर भी सभी मरीज पूरी तरह स्वस्थ मिले।