आंखों के आईबैग्स से क्या आप भी हैं परेशान?

Are you also troubled by eye bags? Most people associate it with lack of sleep and fatigue, but it is not so.

नई दिल्ली

चेहरे पर किया गया तमाम तरह का मेकअप उस समय बेमाना हो जाता है जब हमारी आंखें उदास या फिर थकी हुई लगती हैं। आठ से दस घंटे सोने के बाद भी आंखों की ताजगी कहीं गायब रहती है, जिसकी वजह से आत्मविश्वास भी कम होता है और पहने हुए महंगे से महंगे कपड़े भी अच्छे नहीं लगते। परेशानी तब और बढ़ जाती है जब आंखों के आसपास आईबैंग्स हो जाते हैं, जिससे आंखों उम्र दराज या फिर गढ्ढे युक्त लगती है। अधिकतर इसे लोग नींद पूरी नहीं होने और थकान से जोड़कर देखते हैं, जबकि ऐसा नहीं है, दरअसल आंखों के आसपास की इस समस्या की प्रमुख वजह कई हो सकती हैं, लेकिन विशेषज्ञ बढ़े हुए लिम्फ या (टॉक्सिन का जमाव) को आईबैग्स की प्रमुख वजह मानते हैं।

कुछ समय पहले हावर्ड के मेयो क्लीनिक और टेक्सास यूनिवर्सिटी ने इस संदर्भ में एक अध्ययन किया, जिसमें पाया गया कि नींद पूरी न होने का आईबैग्स से कुछ भी लेना देना नहीं है, मतलब नींद पूरी नहीं होने की वजह से आंखे थकी हुई लग सकती हैं, लेकिन नींद पूरी न होने को आईबैग्स की वजह नहीं माना जा सकता। इसी तरह डायट और थकान को भी इसकी वजह नहीं माना गया है। शोध के अनुसार दरअसल लिम्फ की वजह से होते हैं, जो कि आंखों के आसपास जमा हो जाते हैं, लेकिन लिम्फ क्या हैं और यह आंखों के आसपास ही जमा क्यों होते हैं? लिम्फ एक तरह के लिक्विड होते हैं जोकि हमारे रोगप्रतिरोध सिस्टम का एक हिस्सा होते हैं, लिम्फ हमारे पूरे शरीर के अंगों और टिश्यू के माध्यम से प्लो करते रहते हैं। शरीर में हजारो लाखों सेल्स की टूट फूट होती रहती हैं जो टॉक्सिन के रूप में शरीर से बाहर निकलना बहुत जरूरी होती है। शरीर की नियमित प्रक्रिया कुछ ऐसी होती है कि सेल्स टूटते और बनते रहते हैं, बनने के साथ ही यह भी जरूरी है कि वेस्ट या फिर दूषित सेल्स शरीर से बाहर जरूर निकलें, इसलिए विशेषज्ञ वर्कआउट या पसीना बहाने पर जोर देते हैं।

अब जानते हैं कि यह लिम्फ आंखों के पास क्यों जमा हो जाते हैं? हावर्ड के शोध के अनुसार लिम्फ शरीर की ऐसी जगहों पर आसानी से फ्लो नहीं कर पाते जहां की त्वचा ढीली या फिर पतली होती है, विशेष रूप से आंखों के नीचे की त्वचा, जहां कि लिम्फ का फ्लो या बहाव सही तरीके से नहीं हो पाता है। आंखों के नीचे की त्वचा काफी नाजुक होती है, इसलिए बहाव की जगह लिम्फ गंदगी या फिर टॉक्सिन के साथ वहीं जमा हो जाती हैं, जो कि हमें आईबैग्स के रूप में दिखते हैं। आईबैंग्स की वजह से हम उम्र से कहीं अधिक बूढे या फिर अधिक उम्र के लगते हैं। इसलिए आईबैग्स को हटाने के लिए लिम्फ के महत्व को समझना जरूरी है।

क्या करें इसे हटाने के लिए्

निशिचत रूप से आईबैग्स को मेकअप से हटाने की कोशिश करना बेकार है। इसके लिए आपको अपने खानपान और वर्कआउट पर ध्यान देना होगा, बर्नआउट या फिर पसीना बहाने वाली एक्सरसाइज से शरीर के अतिरिक्त टॉक्सिन को बाहर निकाला जा सकता है, जिससे शरीर में नियमित होने वाली सेल्स की टूट फूट की प्रक्रिया बाधित नहीं होगी। तो फिर अगली बार अगर आपको कोई आईबैग्स के लिए टोके तो आप वर्कआउट करके उसका मुंह बंद कर सकती हैं।

 

 

 

 

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