चाँद दिखने के बाद रविवार से रोजे शुरू हो जाएंगे, मधुमेह रोगियों के लिए इस समय विशेष एहतियात की जरूरत होती है. गर्मी में बढ़ता तापमान और इस दौरान दस से १२ घंटे के अंतराल में किसी भी चीज का सेवन न करने पर कई बार ग्लूकोस या तोह अधिक बढ़ जाता है या फिर काम हो जाता है इसलिए रोजेदार को फ़ूड गाइडलाइन का पालन जरूर करना चाहिए.
मैक्स अस्पताल के इंडोक्रायनोलॉजिस्ट और रॉयल कॉलेज ऑफ फीजिशियन के सदस्य डॉ. सुजीत झा ने बताया रोजेदारों में हाइपोग्लाइसिमिया (रक्त में शर्करा की मात्रा 70 एमजी/डीएल से कम) की शिकायत अधिक देखी गई। बताया किया है कि सहरी या इफ्तार में चाय या काफी की जगह अधिक पानी व सोडियम पोटेशियम (शिकंजी) का सेवन लंबे समय तक पानी की कमी नहीं होने देता। पानी की अधिकता के साथ ही सहरी में स्टार्च युक्त काब्रोहाइडे्रड जैसे चावल वनस्पति व साबुत अनाज का सेवन वजन को स्थिर बनाए रखता है। दिल्ली डायबिटिक रिसर्च सेंटर के अध्यक्ष डॉ. एके झिंगने बताया रोजेदारों के लिए अब शार्ट एक्टिव रेपो ग्लिसाइड दवाएं उपलब्ध हैं, जो इफ्तार के बाद तुरंत बढ़ने वाले शर्करा स्तर को कुछ ही समय में नियंत्रित कर लेती है। डॉ. झिंगन कहते हैं कि 70 फीसदी रोजेदारों में इफतार के वक्त शर्करा स्तर बढ़ता है, जिससे हृदयाघात का खतरा चार गुना बढ़ जाता है। महत्वपूर्ण यह है कि एशियाई देशों में पहली बार रमजान के लिए फूड गाइनलाइन जारी की गई, जिसमें भारत भी शामिल है। अपोलो, एस्कार्ट व फोर्टिस अस्पताल के इंडोयोक्रायनोलॉजिस्ट विभाग भी रोजेदारों की फूड गाइनलाइन की मरीजों को जानकारी दे रहे हैं।
क्या खाएं सहरी में (सूर्योदय)
स्टार्ज युक्त काब्रोहाइड्रेड जैसे चावल, चपाती, साबुत अनाज की बे्रड, मसूर की दाल, दलिया, जई आदि का अल्प मात्रा में सेवन करना चाहिए क्योंकि कुछ चीजें धीरे-धीरे शर्करा उत्सर्जित करती हैं, जो लंबे समय तक शर्करा के स्तर को बनाए रखने में सहायता कर सकते हैं और इनसे भूख भी कम लगती है।
क्या खाएं इफ्तार (सूर्यास्त)
इफ्तार में खजूर की सीमित प्रयोग शरीर में फाइबर की कमी को पूरा कर सकता है। इसके साथ ही काब्रोहाइडे्रट व वसा से भरपूर आहार जैसे बर्फी व जलेबी आदि के अधिक सेवन से बचना चाहिए। मधुमेह रोगी विशेष रूप से शुगर फ्री बर्फी व फाइबर के लिए सब्जियों व फल के छिलके ले सकते हैं।
क्या नहीं लें
-टी स्वीट, मलाईयुक्त दूध, नमकीन लस्सी, केन वाला जूस, आम का गूदा आदि
-सहरी पर चाय व कॉफी का सेवन बिल्कुल भी नहीं किया जाना चाहिए
-कुछ दवाएं जैसे सल्फोनाइलूरिया, ग्लिमपाईराइड्स आदि का सेवन न करें