बहुत से लोगों को घूमना-फिरना बहुत पसंद हैं। अपने संसाधनों के अनुसार आप देश-विदेश की यात्रा भी करते हैं, लेकिन पिछले डेढ़ साल से आपके घूमने-फिरने की आदत पर ब्रेक लग गया है। कोरोना ने बहुत कुछ बदल दिया है। यह बदलाव आपकी और अपनों की हिफाजत के लिए ही है। सोचिए आप कोरोना संक्रमित होकर घूमते रहे, तो संक्रमण कितना प्रसारित होगा। यह परिस्थिति विपरीत हो सकती है। यानी आप जिससे संपर्क में आएं वो कोरोना संक्रमित हो। सोचिए आप तक कोरोना वायरस पहुंच गया तो क्या होगा। यह आपको तो बीमार करेगा ही। साथ ही इसे और प्रसारित करेगा। इस समय भलाई है कि आप मन को मारे। यानी कुछ समय के लिए यात्रा को टालें।
खासतौर से गैरजरूरी यात्रा। आर्थिक जरूरतों के लिए तो बाहर निकलना ही पडे़गा। लेकिन हिदायतों के साथ। पहली लहर में अपने मन को मारा, दूसरी लहर में भी यात्रा को स्थगित करते रहे और आगे भी ऐसा ही करना होगा। इसका मतलब यह नहीं कि आप यात्रा करें ही नहीं। बस, इस वक्त आपको मन को थोड़ा समझाना होगा। कोरोना से बचाव के लिए यह नितांत जरूरी है। बचाव के लिए गैर जरूरी यात्रा को टालें। यदि आपको लगता है कहीं बिना गए काम चल सकता है, तो यात्रा को टालना आज के समय में उपयुक्त होगा। याद रखिए कि यात्रा जरूरी है या गैर जरूरी है इसका मापदंड आपको खुद बनाना होगा। मसलन रोजमर्रा की जरूरत की ग्रोसरी या दवा आदि लगानी है तो मंडी तक यात्रा करनी होगी। इसे टाला नहीं जा सकता है। मित्रों से मिलना या किसी त्यौहार में शामिल होना है, तो कोरोना महामारी के भयावही माहौल में वो यात्रा गैरजरूरी है।
कोरोना काल में किसी भी तरह की यात्रा को गैर जरूरी ही मानिए। क्योंकि जान है तो जहान है। कोई कितना भी कहे कि शादी या किसी समारोह में शामिल हो जाएं या देश-विदेश की सैर करिए या यात्रा से जुड़ा कोई भी प्रसंग हो। आप जवाब नहीं ही होना चाहिए। यह समय घर पर रहने का है। लेकिन कामकाजी लोग इसे टाल नहीं सकते। उन्हें तो घर से बाहर निकलना ही पड़ेगा। यदि फिर भी आपको किसी यात्रा में शामिल होना है तो खास सावधानियां बरतें। विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन के अनुसार कोविड 19 में यात्रा के दौरान कुछ ट्रैवल प्रोटोकॉल को अपनाएं, जैसे- बार-बार हाथ धोते रहें, 20 से 30 सेकंड तक हाथ धोएं, पब्लिक ट्रांसपोर्ट में प्रवेश और निकासी में हाथ धोएं, जहां साबुन-पानी की व्यवस्था नहीं हो वहां हैंड सैनिटाइज़र का प्रयोग करें, सैनिटाइज़र में 60 प्रतिशत अल्कोहल की मात्रा हो, बिना धुले हाथों से अपना चेहरा नहीं छुएं, दो गज की दूरी बनाएं, साफ-सुथरी जगह पर रहें, भीड़-भाड़ से बचें, मास्क पहनें, वैक्सीन की दोनों डोज़ जरूर लें।
बता दें कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति से फैले कोरोना वायरस के कण कुछ घंटों तक किसी वस्तु की सतह या मास्क के ऊपर जीवित रहते हैं। ऐसे में कोरोना जल्दी फैलता है यदि वो वस्तु मुंह, कान या नाक के संपर्क में आते हैं। बाहर जाते समय यदि किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आते हैं जिसे खांसी, बुखार या नाक बह रही है, तो उस व्यक्ति से कम से कम तीन फीट की दूरी बनाकर ही बात करें, अन्यथा वायरस के कण रेस्पिरेटरी ड्रॉप्लेट्स खांसी व बहती नाक से जरिए आप तक पहुंच सकते हैं। यदि होटल में रुकते हैं तो होटल मैनेजमेंट से कहें कि कमरे की सफाई बेहतर हो। अपने साथ सेनेटाइज़र स्प्रे में रखें, जिसका समय समय पर आवश्यकता अनुसार इस्तेमाल करें, जिससे संक्रमण का खतरा आप तक नहीं पहुंचे।