New Delhi
फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम ने स्तन कैंसर जागरूकता माह के अवसर पर अक्टूबर में दिल्ली के प्रतिष्ठित स्मारक कुतुब मीनार को गुलाबी रंग से रोशन करने की महत्वपूर्ण पहल की है। 4 से 6 अक्टूबर की शाम तक तीन दिन यह ऐतिहासिक स्मारक शक्तिशाली प्रतीक के रूप में स्तन कैंसर की समय पर जांच, शीघ्र पहचान और प्रभावी निदान के महत्व पर प्रकाश डालेगा। इस पहल न केवल स्तन कैंसर से लड़ने की आवश्यकता को रेखांकित किया जाएगा बल्कि उन लोगों को आशा, जीवन रक्षा और साहस का संदेश भी देने की कोशिश है, जिन्होंने इस बीमारी का बहादुरी से मुकाबला किया है। महिलाओं में खास तौर पर 40 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को हर साल मैमोग्राफी कराना बहुत जरूरी है, जिससे कैंसर की एडवांस स्टेज से बचा जा सकता हे।
फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के सर्जिकल ऑनकोलॉजी विभाग गुरूग्राम के डॉ. वेदांत काबरा, ने बताया कि स्तन कैंसर भारतीय महिलाओं में सबसे आम कैंसर का रूप बना हुआ है, जो सभी तरह के महिला कैंसर का 25 प्रतिशत से अधिक है। हालांकि पहले यह मुख्य रूप से 50 से 64 वर्ष की आयु की महिलाओं में होता था, लेकिन पिछले दशक में चिंताजनक रुझान दर्शाते हैं कि युवा महिलाओं में, यहां तक कि 20 और 30 की उम्र में भी, इस बीमारी के एडवांस्ड स्टेज का तेजी से प्रसार हो रहा है। इसलिए बीमारी का पता लगाने के लिए प्रारंभिक जांच पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।’’
अस्पताल के फैसिलिटी डायरेक्टर यश ने बताया कि ‘गुलाबी रंग से जगमगाता कुतुब मीनार महज एक विजुअल श्रद्धांजलि नहीं है। यह जागरूकता का प्रतीक है, जो महिलाओं को नियमित जांच के माध्यम से अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की अपील करता है। इस पहल के माध्यम से हमारा उद्देश्य स्तन कैंसर की रोकथाम करना और उसका पता लगाने की दिशा में सामूहिक कार्रवाई को प्रेरित करना तथा लोगों की जिंदगियां बचाना है।’’
कुतुब मीनार की रोशनी एक अद्भुत विजुअल प्रभाव पैदा करेगी, जो जागरूकता बढ़ाने, लोगों की सहायता करने और स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए फोर्टिस हेल्थकेयर की प्रतिबद्धता को मजबूत करेगी। भारत में स्तन कैंसर के बढ़ते मामलों की ओर ध्यान आकर्षित करके फोर्टिस महिलाओं और उनके परिवारों को इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहता है। इस तरह की पहल के माध्यम से फोर्टिस महिलाओं को जानकारी से सशक्त बनाने, बीमारी का शीघ्र पता लगाने और विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवा तक उनकी पहुंच सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।