लखनऊ
हादसे में घायल युवक को पीजीआई के एपेक्स ट्रॉमा सेंटर (एटीसी) से बैगर इलाज लौटना पड़ा। परिजनों का आरोप है कि आयुष्मान कार्ड दिखाने पर भी उससे एक लाख रुपये जमा करने का कहा गया। पैसा जमा न करने मरीज का इलाज नहीं किया।
मोहनलालगंज के गौरा कॉलोनी निवासी 32 वर्षीय मनोज कुमार घर की छत से गिर कर घायल हो गए। मनोज को कमर व पीठ पर कई चोटें आईं थीं। परिजन पहले मरीज को स्थानीय निजी अस्पताल ले गए, वहां डाक्टरों ने एमआरआई जांच करवाने के लिए निजी सेंटर ले जाने को कहा। किसी तरह से परिजनों ने रुपए जुटाकर एमआरआई करवाया तो मरीज की गंभीर हालत का पता चला। डाक्टरों ने मरीज को किसी बड़े अस्पताल जाने की सलाह दी। इस पर परिजन पहले सीएचसी मोहनलालगंज गए। सीएचसी मोहनलालगंज से मरीज को एंबुलेंस से पीजीआई के एटीसी भेज दिया गया। मरीज के भाई दिनेश के अनुसार उन्होंने ट्रामा सेंटर में एक डॉक्टर को रिपोर्ट दिखाई। इस पर वह एंबुलेंस तक आए और मरीज को देखा। फिर इलाज शुरू करने के लिए कम से कम एक लाख रुपए जमा करने की बात कही। परिजनों ने डॉक्टर को आयुष्मान कार्ड दिखाया। साथ ही रुपए न होने की बात कही। दिनेश का आरोप है कि मरीज को भर्ती करने से मना कर दिया गया। उन लोगों का नाम, नंबर रजिस्टर में दर्ज करके वापस कर दिया गया।