नई दिल्ली
सफदरजंग अस्पताल में एक नई डेक्सा (डुअल-एनर्जी एक्स-रे एब्जॉर्पियोमेट्री) स्कैन सुविधा का बुधवार को उद्घाटन किया गया, इस मशीन से सहायता से बोन डेंसिटी या हडि्डयों के कम घनत्व के कारण होने वाली बीमारिया जैसे ऑस्टियोपोरोसिस, फ्रैक्चर का जोखिम आदि का पता लगाया जाता है। इस सेवा से अस्पताल की जांच सेवाएं और अधिक बेहतर होंगी। फिसर्व और यूनाइटेड वे मुंबई के सहयोगात्मक प्रयास में डॉक्टर्स फॉर यू (डीएफवाईइंडिया) द्वारा सीएसआर पहल के तहत मशीन को अस्पताल में लगाया गया है।
अस्पताल अधीक्षक डॉ संदीप बंसल ने बताया कि डेक्सा स्कैन सुविधा की शुरुआत सफदरजंग अस्पताल के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह आधुनिक जांच है हडि्यों से संबंधी स्वास्थय जांच का पता लगाने में सहायक है। जिससे अस्पताल में मरीजों के लिए अधिक बेहतर स्वास्थ्य जांच सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। सरकारी क्षेत्र के किसी अस्पताल में इस जांच मशीन का लगना इसलिए भी अहम है क्योंकि निजी अस्पतालों में डेक्सा जांच मशीन काफी महंगी जांच होगी है।
डेक्सा मशीन बोन डेंसिटी या हडि्यों के घनत्व की जांच के लिए की जाती है, सरकारी अस्पताल में यह सुविधा होने से मरीजों को महंगी जांच के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा और इससे जुड़ी समस्याओं का समय रहते पता लगाया जा सकेगा। डॉक्टर्स फॉर यू के अध्यक्ष डॉ. रजत जैन ने कहा कि यह इस बात का प्रमाण है कि कैसे सहयोग व प्रयास स्वास्थ्य सेवा की पहुंच को बदला जा सकता है। डेक्सा जांच से हड्डियों के स्वास्थ्य के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान होती है, जो ऑस्टियोपोरोसिस का प्रारंभिक पता लगाने, फ्रैक्चर के जोखिम का आकलन करने, हड्डियों के घनत्व में होने वाले बदलावों की निगरानी करने, निवारक और उपचारात्मक उपायों को बेहतर करने में सहायक होगी। इस कार्यक्रम में वीएमएमसी की प्रिंसिपल डॉ. गीतिका खन्ना, एएमएस के डॉ. कपिल सूरी, एएमएस के डॉ. आर पी अरोड़ा, रेडियोलॉजी की डॉ. कविता वाणी (कार्यवाहक विभागाध्यक्ष), फिसर्व की सुश्री नीता झा और श्री राजीव बंसल, सीएसआर टीम, विभागाध्यक्ष, संकाय और कर्मचारी शामिल हुए।