नई दिल्नी
नववर्ष की शुरूआत के साथ ही जेनबी या जेनेरेशन बीटा की शुरूआत हो गई है। जेनरेशन बीटा (Generation Beta) उन बच्चों को कहा जाता है जो 2025 से 2039 के बीच पैदा होंगे। यह एक नई पीढ़ी है जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के युग में जन्म ले रही है।
संभावित विशेषताएं:
🔸एआई सहजता: इस पीढ़ी के बच्चे एआई के साथ बड़े होंगे, इसलिए उनके लिए एआई का उपयोग करना स्वाभाविक होगा। वे एआई उपकरणों का उपयोग करके सीखेंगे, काम करेंगे और संवाद करेंगे।
🔸डिजिटल नेटिव: जेनरेशन बीटा डिजिटल तकनीक के साथ पैदा हुए हैं और उनके जीवन का हर पहलू डिजिटल दुनिया से जुड़ा होगा।
🔸 वैश्विक दृष्टिकोण: वे एक अधिक जुड़े हुए और वैश्विक दुनिया में बड़े होंगे, जिससे उनके पास एक व्यापक वैश्विक दृष्टिकोण होगा।
🔸 अनुकूलनशीलता: तेजी से बदलती दुनिया में पनपने के लिए उन्हें अत्यधिक अनुकूलनीय होना होगा।
🔸 सहयोग और सहयोगात्मकता: वे एक ऐसे समाज में बड़े होंगे जहां सहयोग और सहयोगात्मकता महत्वपूर्ण होगी।
बीटा जेनरेशन के सामने चुनौतियाँ:
🔸एआई का प्रभाव: एआई के तेजी से विकास से नौकरी के बाजार में बदलाव आ सकता है और जेनरेशन बीटा को इन परिवर्तनों के अनुकूल होने की आवश्यकता होगी।
🔸 जलवायु परिवर्तन: वे जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का सामना करेंगे और इसके समाधान खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
🔸 साइबर सुरक्षा: डिजिटल दुनिया में बढ़ते खतरों से निपटने के लिए उन्हें साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक होना होगा।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये केवल अनुमान हैं और जेनरेशन बीटा की वास्तविक विशेषताएं अभी तक स्पष्ट नहीं हैं।