नई दिल्ली
डेंगू से बचाव की वैक्सीन जल्द ही देश में लागू कर दी जाएगी। इसके लिए तीसरे चरण का मानव ट्रायल शुरू कर दिया गया है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डेंगू वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू कर दिया है। देशभर में 19 सेंटरों पर 13,335 लोगों को यह डेंगू वैक्सीन लगाई जाएगी, हर सेंटर पर 545 लोगों को डेंगू की वैक्सीन लगाई जाएगी, दिल्ली में इसके लिए आरएमएल अस्पताल को चुना गया है। डेंगू की हृयूमन वैक्सीन को पैनेशिया बायोटेक और आईसीएमआर ने मिलकर तैयार किया है। हालांकि वैक्सीन ट्रायल के लिए लोगों का चयन पहले से ही हो गया है, इसलिए नये लोगों को फिलहाल दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के सेंटर पर वैक्सीन ट्रायल में शामिल होने का मौका नहीं मिलेगा।
इस बारे में आरएमएल अस्पताल के निदेशक और चिकित्सा अधीक्षक डॉ़ अजय शुक्ला ने बताया कि कम्यूनिटी विभाग की देखरेख में अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस व डॉ़ राम मनोहर अस्पताल ने डेंगू वैक्सीन के तीसरे चरण के हृयूमन ट्रायल का परीक्षण शुरू कर दिया है वेक्सीन को पैनेशिया बायोटेक और आईसीएमआर के सहयोग से तैयार किया गया है, जिसे डेंगू ऑल वैक्सीन के नाम से जाना जाएगा। देश में 19 केंद्रों पर दस हजार से अधिक लोगों पर वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल किया जाएगा। परीक्षण में सामुदायिक चिकित्सा, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिसट्री, पैथोलॉजी और मेडिसिन जैसे कई विषय शामिल हैं। आईसीएमआर, एनएआरआई और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के प्रशिक्षकों ने इसकी ट्रेनिंग की, जिसके बाद इसे व्यस्कों को लगाना शुरू किया गया, कोविड के बाद दूसरी एडल्ट वैक्सीन है।
आरएमएल अस्पताल के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग की प्रमुख डॉ़ नीलम रॉय ने बताया कि डेंगू ऑल वैक्सीन के थर्ड फेज के ट्रायल में 70 प्रतिशत लोग 18 से 45 साल के और 30 प्रतिशत लोग 45 साल से अधिक उम्र के शामिल किए गए हैं। फेज एक और दो ट्रायल सफल होने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने डेंगू वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल की अनुमति दी है। डेंगू वैक्सीन के स्ट्रेन को अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ से लाया गया है, जिसके डाटा पर रिसर्च और विश्लेषण के बाद इसे देश में परीक्षण की अनुमति दी गई। वैक्सीन डेंगू के चारों तरह के वायरस पर यह स्टेन कारगर पाया गया है। जिन लोगों को ये वैक्सीन दिया गया है, उसे 2 साल तक निगरानी में रखेंगे और देखेंगे कि ये वैक्सीन कितनी असरदार है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 तक डेंगू वायरस 129 देशों में कहर बरपा चुका है और भारत टॉप 30 देशों में हैं जहां ज्यादा लोग डेंगू के शिकार हुए हैं। डेंगू मरीजों के 75 प्रतिशत मरीजों में लक्षण का पता नहीं चलता है, जबकि, करीब 20 से 25 फीसदी मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कराने की जरूरत पड़ती है।