IMA ने लिखी PM को चिट्ठी, डॉक्टर्स की सुरक्षा पुख्ता हो

IMA wrote a letter to PM, security of doctors should be strengthened
IMA wrote a letter to PM, security of doctors should be strengthened

नई दिल्ली
कोलकाता के आरजी कार मेडिकॉल में जूनियर डॉक्टर का सामुहिक बलात्कार और हत्या मामले पर आईएमए ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा पीएम को लिखे गए पत्र में देशभर के डॉक्टरों की सुरक्षा पुख्ता करने के लिए अतिशीघ्र सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की गई है, इसके साथ ही आईएमए ने कहा कि किसी भी अस्पताल में सुरक्षा का स्तर एअरपोर्ट की सुरक्षा जैसा होना चाहिए। अस्पतालों को सेफ घोषित करने के साथ ही सभी प्रमुख जगहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने की मांग भी आईएमए द्वारा की गई है। कोलकाता हादसे की शिकार हुई जूनियर महिला डॉक्टर 36 घंटे से अधिक समय की ड्यूटी कर रही थी, डॉक्टरों की ड्यूटी के घंटे निर्धारित करने को भी प्रमुखता से शामिल किया गया है। इससे पहले शनिवार को एम्स फैकल्टी सहित, दिल्ली सरकार के सभी प्रमुख अस्पतालों के जूनियर डॉक्टर्स के साथ प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर्स ने भी विरोध में काम बंद रखा।
देर शाम लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज की आरडीए के आहृवान पर अस्पताल के गेट नंबर चार से कनॉट प्लेस तक मार्च निकाला गया, इसके बाद देर रात तक जंतर मंतर पर भारी संख्या में डॉक्टर्स विरोध और अपनी मांगों को लेकर जुटे रहे। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा पीएम को लिखे पत्र में सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट को जल्द से जल्द लागू करने की मांग की है। आईएमए ने कहा कि मेडिकल क्षेत्र में कुल डॉक्टर में 65 प्रतिशत महिला डॉक्टर हैं, जिसमें डेंटल में 68 प्रतिशत, फिजियोथेरेपी में 75 और नर्सिंग में 85 प्रतिशत महिलाएं हैं, जिनकी शत प्रतिशत सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार को लेनी चाहिए, जिससे उन्हें काम करने का सुरक्षित माहौल मिल सके। इसके साथ ही आईएमए ने मृतक डॉक्टर के परिवार को सम्मानजनक मुआवजा और न्याय दिलाने की भी मांग की है।

शनिवार को भी जारी रहा विरोध
कोलकाता डॉक्टर मर्डर केस में राजधानी सहित देशभर के डॉक्टर शनिवार को सड़कों पर रहे। शनिवार सुबह एम्स में फैकल्टी एसोसिएशन के बैनर तले मार्च निकाला गया, जिसमें वरिष्ठ डॉक्टर और विभागाध्यक्षों ने भी भाग लिया। दिल्ली सरकार के कस्तूरबा गांधी अस्पताल के जूनियर डॉक्टर भी हड़ताल पर रहे, देर शाम आरडीए लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज द्वारा मार्च का आहृवाहन किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में डॉक्टर शामिल हुए, आरके आश्रम से कनॉट प्लेस होते हुए मार्च जंतर मंतर पर पहुंचा, इस दौरान आरडीए के एक दल में गृहमंत्री अमित शाह से भी मिलने का प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए। शुक्रवार की रात को निर्माण भवन पर भी डॉक्टर विरोध प्रदर्शन करते रहे।

प्राइवेट अस्पताल भी विरोध में शामिल
मालूम हो कि दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने सभी कॉपरेट और प्राइवेट अस्पतालों से 24 घंटे के विरोध में शामिल होने की अपील की थी। जिसे अधिकांश अस्पतालों ने माना, पीएसआरआई अस्पताल के मेडिकल डॉयरेक्टर डॉ. अंजू वली ने कहा कि कोलकाता की वीभत्स घटना का हम विरोध करते हैं, और हड़ताल के समर्थन में शनिवार को अस्पताल की ओपीडी सेवाएं बंद रखी गईं आगे भी न्याय की मांग में अस्पताल प्रशासन डॉक्टरर्स एसोसिएशन के साथ रहेगा। वहीं आकाश हेल्थ केयर डॉ.आशीष चौधरी ने कहा कि मेडिकल क्षेत्र में काम करने वालों की सुरक्षा निश्चित रूप से पुख्ता होनी चाहिए, हम मेडिकल संगठनों के साथ हैं, इसी क्रम में शनिवार को अस्पताल की ओपीडी सेवाएं संचालित नहीं की गईं।

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