नई दिल्ली: हर साल सैंकडों बच्चों की मौत का कारण बनने वाली बीमारी इंसेफेलाइटिस के बारे में अब स्कूलों में प्रार्थना के दौरान जानकारी दी जाएगी। मण्डलायुक्त अनिल कुमार ने आज यहां बताया कि इंसेफेलाइटिस जैसी जानलेवाबीमारी से बचाव के लिये मण्डल के विभिन्न स्कूलों में छात्र-छात्राओं को रोजाना प्रार्थना के दौरान स्वच्छता और इंसेफेलाइटिस से बचाव के तरी बताये जाएंगे। उन्होंने बताया कि बच्चों को इस बीमारी के बचाव के टीके भी लगाने की जानकारी दी जायेगी। साथ ही उन्हें प्रार्थना के दौरान इंसेफेलाइटिस से बचाव के उपाय अपनाने की शपथ भी दिलायी जायेगी।
अनिल कुमार ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में चौपाल लगाकर लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरुक किया जायेगा। इसके लिए एक रैली भी निकाली जायेगी। उन्होंने कहा कि अब तक गोरखपुर मण्डल और आसपास के क्षेत्रों में पिछले चार दशकों के दौरान इंसेफेलाइटिस की चपेट में आकर 40 हजार बच्चों की मौत हो चुकी है और लगभग इतने ही बच्चे विकलांगता के शिकार हुए हैं। कुमार के अनुसार इस अभियान में विशेषज्ञों के अतिरिक्त समाजसेवी संगठनों को भी जोडा गया है। अभियान में लोगों को घरों के आसपास पानी के इकट्ठा ना होने, मच्छरों सेबचाव, सडक के किनारे और खुले में शौच ना करने व दूषित जल का प्रयोग ना करने और इण्डिया मार्क-2 हैण्डपम्प का प्रयोग करने के लिए शपथ दिलायी जायेगी।
इंसेफेलाइटिस से बचाव के लिये टीकाकरण अभियान आगामी 24 मई को शुरु होगा जो छह जून तक चलेगा। अभियान के तहत खतरे की आशंका वाले दो लाख 36 हजार चिह्नित बच्चों को वरीयता के आधार पर इंसेफेलाइटिस रोधक टीके लगाये जायेंगे। मालूम हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल में हर साल सैकडों बच्चों की मौत का कारण बनने वाली इंसेफेलाइटिस बीमारी के लिये गंदगी को जिम्मेदार बताते हुए कहा था कि अगर स्वच्छता के तमाम नियमों का पालन किया जाए तो इस बीमारी को मात दी जा सकती है।