लखनऊ
केजीएमयू में डाक्टर इलाज के साथ मरीजों का दर्द भी कम करेंगे। इसके लिए विशेषज्ञ डॉक्टर तैयार किये जायेंगे।
यह जानकारी कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने केजीएमयू के एनेस्थीसिया विभाग में मल्टी स्पेशियलिटी पेल्विक पेन पर व्याख्यान के दौरान दी। उन्होंने बताया कि एनेस्थीसिया विभाग की ओर से डीएम पेन मेडिसिन कोर्स शुरू किया
जायेगा। कोर्स संचालन के लिए राष्टï्रीय चिकित्सा आयोग को पत्र भेजकर अनुमति मांगी गई है। डीएम पेन मेडिसिन कोर्स शुरू करने पर सहमति बनी है। जरूरी प्रक्रिया के बाद कोर्स की पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कैंसर और दूसरी कई बीमारियों में मरीज को असहनीय दर्द होता है। मरीज के इस दर्द से निजात दिलाने में एनेस्थीसिया विशेषज्ञ की खास भूमिका होती है। केजीएमयू के पेन क्लीनिक में दर्द से पीडि़त मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। एनेस्थीसिया विशेषज्ञ मरीजों को दर्द से राहत दिलाने के साथ ऑपरेशन में भी अपना योगदान दे रहे हैं। कार्यक्रम में आईएसपीसी के संस्थापक सदस्य डॉक्टर अनिल अग्रवाल, डॉ. मनीष कुमार सिंह, डॉ. ईसा जफा, डॉक्टर देवेंद्र सिंह, डॉ. संदीप खूबा, डॉ. राखी गुप्ता, डॉ. पुनीत प्रकाश व डॉ. मनोज चौरसिया मौजूद रहे। इस मौके पर मुंबई से आए डॉ. आरपी गेडू ने पेल्विक पेन को कम करने की नवीन तकनीक की जानकारी दी। केजीएमयू एनेस्थीसिया पेन यूनिट की इंचार्ज डॉ. सरिता सिंह ने बताया कि दवाओं से भी पेल्विक पेन को दूर किया जा सकता है। डॉ. निशा सिंह ने बताया कि कैंसर के कारण से भी पेल्विक पेन की समस्या हो सकती है। पीजीआई से डॉ. शालीन कुमार और डॉ. मनोज कुमार यादव ने पुरुषों में होने वाले पेल्विक पेन के बारे में विचार साझा किए।