टैटू से गर्ल फ्रेंड का नाम मिटता नहीं आसानी से

tatooनई दिल्ली: टैटू बनवा रहे हैं तो गर्ल फ्रेंड का नाम जरा सोच समझ कर डलवाना, क्योंकि ब्रेकअप के बाद गर्ल फ्रेंड से तो पीछा छूट जाएगा लेकिन टैटू से गर्ल फ्रेंड का नाम हटाना आसान नहीं होगा। सच्चाई यह है कि टैटू बनवाने में भले ही दो से तीन घंटे लगते हों लेकिन इसे हटाने में छह महीने से लेकर एक साल तक का समय लग जाता है। यही नहीं कई बार लेजर तकनीक के बाद भी पूरी तरह से टैटू खत्म नहीं होता। ऐसे में जो लोग हालफिलहाल टैटू बनवाने की सोच रहे हैं तो थोड़ा सोच समझ कर टैटू बनवाएं।

डॉक्टर का कहना है कि टैटू हटवाने वालों में सबसे ज्यादा वे लोग हैं, जिन्हें टैटू की वजह से मनचाहा जॉब नहीं मिल रहा। दूसरे वे लोग हैं, जो पहले रिलेशनशिप की वजह से नाम गुदवा लेते हैं, लेकिन रिलेशन खत्म होने के बाद उन्हें शादी में दिक्कत आती है। टैटू बनाने में कई केमिकल्स का इस्तेमाल होता है। इसकी स्याही को शीशा, तांबा और मैंगनीज जैसे धातुओं को मिलाकर तैयार किया जाता है। लाल स्याही में पारा होता है। इन्हीं धातुओं के कारण टैटू परमानेंट हो जाता है। टैटू हटाने या उसे बदलने के लिए लेजर से टैटू हटाना बाकी विकल्प से बेहतर साबित हो रहा है।

स्किन लेजर सेंटर के डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर मुनीष पॉल का कहना है कि आमतौर पर कई रंगों के टैटू के मुकाबले काले या दूसरे गहरे रंगों के टैटू का हटाना आसान होता है। ग्रीन या ब्लैक टैटू आसानी से हटाया जा सकता है, लेकिन येलो और वाइट मुश्किल से हटता है।

लेजर रिमूवल की तकनीक : इस प्रक्रिया के दौरान लेजर किरणें त्वचा के भीतर तक जाकर टैटू की स्याही को सोखता है। अलग-अलग रंगों के टैटू के लिए अलग-अलग लेजर की जरूरत होती है। एक वे‌व होती है जो इन रंगों के साथ मेल खाती है। जैसे काले रंग की स्याही के लिए 1064 एनएम की एक निश्चित रेडियो वेव की जरूरत होती है। टैटू के कण लेजर किरणों को सोखते हैं और गर्म हो जाते हैं और फिर छोटे कणों में बंट जाते हैं। इन छोटे कणों को हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम धीरे-धीरे सोख लेता है और इसके चलते टैटू मिटने लगता
है।

डॉक्टर पॉल के अनुसार टैटू रिमूवल में साइज, कलर, कहां पर बना है, टैटू कैसे बनाया गया है और इंसान का इम्यून सिस्टम क्या है इस पर निर्भर करता है। अगर किसी अनुभवी आर्टिस्ट ने बनाया है तो टैटू आसानी से निकल जाता है, क्योंकि वह जिस रंग का इस्तेमाल करता है वह स्किन के रंग के अनुसार करता है। डॉक्टर का कहना है कि औसतन एक टैटू को हटाने में छह से सात सीटिंग करनी होती है और हर सीटिंग डेढ़ से दो महीने की होती है। एक सीटिंग का खर्च तीन हजार से लेकर सात हजार तक आता है।

डॉक्टर ने बताया कि कई बार टैटू पूरी तरह से गायब नहीं होता, इसलिए परेशान न हों। ऐसे लोग पूरी तरह से मिटाने के बजाए उसमें कुछ चेंज करवा सकते हैं। आमतौर पर तीन से पांच सीटिंग में इतना रंग हटा दिया जाता है कि उसकी जगह नया टैटू बनवाया जा सके।

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