New Delhi
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा एमपॉक्स प्रभावित देश से लौटे एमपॉक्स के संदिग्ध मरीज में वायरस की पुष्टि कर दी गई है। वेस्टर्न अफ्रीकन क्लैड टू का यह मामला जुलाई वर्ष 2022 के बाद आए अन्य 30 संदिग्ध मामलों जैसा ही बताया जा रहा है। जिसे फिलहाल पब्लिक इमरजेंसी का हिस्सा नहीं बताया गया है।
एमपॉक्स प्रभावित देश से यात्रा करके लौटे युवक को आठ सितंबर पर संग्दिध एमपॉक्स मानते हुए आइसोलेट कर दिया गया था। जिसके बाद मरीज के सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए। सोमवार को मंत्रालय द्वारा जारी सूचना के अनुसार संभावित मरीज में वायरस की पुष्टि कर दी गई है। मरीज का इलाज इस बावत स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी प्रोटोकॉल के अनुसार किया जा रहा है। हालांकि मरीज में क्लैड टू वायरस की पुष्टि हुई है, जिसे फिलहाल विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी हेल्थ इमरजेंसी में शामिल नहीं किया गया है।