लखनऊ
बच्चों को बेहतर इलाज देने के मकसद से राजधानी में डेडिकेटेड पिडियाट्रिक केयर यूनिट शुरू की गयी है। यह प्रदेश की सबसे बड़ी यूनिट है। बख्शी का तालाब स्थित राम सागर मिश्र संयुक्त चिकित्सालय में शनिवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस स्पेशल यूनिट का शुभारंभ किया।
डिप्टी सीएम ने स्पोक एंड हब मॉडल पर आधारित पैथोलॉजी लैब का भी उद्घाटन किया। उन्होंने बताया कि इस लैब को सात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व ट्रॉमा सेंटर से जोड़ा गया है। इनमें बीकेटी, इटौंजा, अलीगंज, मलिहाबाद, काकोरी, माल, गुडुंबा व जानकीपुरम ट्रॉमा सेंटर शामिल हैं। इस लैब को संचालन 24 घंटे होगा एवं यहां सीबीबी, लिवर, किडनी, हार्ट, हैपिटाइटिस, वायरल मार्कर सहित अन्य महत्वपूर्ण जांचें की जायेंगी। उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में 100 बेड हैं। शनिवार को 44 नवीन बेड के साथ अब यह चिकित्सालय 144 शैय्या युक्त अस्पताल बन गया है। चिकित्सालय में इमरजेंसी सेवाओं का संचालन 24 घंटे किया जा रहा है। यहां 27 चिकित्सक कार्यरत हैं। साथ ही जानकीपुरम ट्रॉमा सेंटर में भी सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आमजन को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य सेवाओं में काफी बदलाव हुआ है। नए अस्पताल खोले गए हैं, जहां लोगों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि इस विशेष यूनिट में नवजात बच्चों को इलाज मिलेगा। 44 शैय्या वाली इस यूनिट में एमएनसीयू, जनरल पीडियाट्रिक विभाग, एलएमयू शामिल हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने चिकित्सालय में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का भी शुभारंभ किया। एक वृक्ष मां के नाम अभियान के तहत चिकित्सालय परिसर में पौधारोपण भी किया। इस अवसर पर विधायक योगेश शुक्ला, एमएलसी पवन सिंह चौहान, डीजी हेल्थ रतनपाल सिंह सुमन, एडिशनल डायरेक्टर, लखनऊ डॉ. जीपी गुप्ता, सीएमओ लखनऊ डॉ. एनबी सिंह, सीएमएस, राम सागर मिश्र संयुक्त चिकित्सालय डॉ. वीके शर्मा, डॉ. एसके महाराज, चेयरमैन इटौंजा अवधेश अवस्थी, मनीष शुक्ला, वीरेंद्र सिंह मौजूद रहे।