क्यों मनाया जाता है सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस?

Why is World Health Day celebrated on 7 April?

नई दिल्ली

सात अप्रैल हर साल विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है, लेकिन इस विशेष दिन को ही क्यों चुना गया, इससे जुड़ी जानकारियां खंगालने पर पता चला कि सात अप्रैल 1950 को विश्व स्वास्थ्य संगठन की नींव रखी गई, जो विश्व भर में स्वास्थ्य से जुड़े मानकों और नियमों को लागू करने के साथ ही स्वस्थ्य दिनचर्या के बारे में भी जागरूकता बढ़ाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हर साल की तरह इस साल भी स्वास्थ्य दिवस की एक थीम निर्धारित की है। जिसका विषय है स्वास्थ्यवर्धक शुरूआत, उम्मीदों भरा भविष्य, इस थीम के अनुसार अगले एक साल तक मातृत्व सुरक्षा और शिशु रक्षा को लेकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके साथ ही मातृत्व व नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए सरकारी प्रयासों को तेज करने के लिए के लिए जागरूकता अभियान शुरू किए जाएगें।

इस अभियान के तहत गर्भावस्था, प्रसव और प्रसव के बाद की अवधि के दौरान उच्च गुणवत्ता परक देखभाल की आवश्यकता पर प्रकाश डाला जाएगा। आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में गर्भावस्था या प्रसव संबंधी जटिलताओं के कारण हर साल लगभग तीन लाख महिलाओं की मौत हो जाती है। इसके साथ ही बीस लाख नवजात जन्म के पहले महीने के भीतर ही मर जाते हैं तथा बीस लाख बच्चे मृत पैदा होते हैं। यह लगभग हर सात सेंकेंड में एक रोकी जा सकती वाली मृत्यु के बराबर है।

भारत स्वास्थ्य नवाचार सेवा में आगे

“भारत स्वास्थ्य सेवा नवाचार के मामले में सबसे आगे है, जीवन को बदलने वाली प्रगति का नेतृत्व कर रहा है। सर्जिकल रोबोटिक्स के उदय ने सटीकता और रोगी सुरक्षा को फिर से परिभाषित किया है, जटिल प्रक्रियाओं को न्यूनतम आक्रामक बनाया है, रिकवरी के समय को कम किया है और परिणामों में सुधार किया है। विशेष रूप से भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसने भौगोलिक बाधाओं को तोड़ते हुए टेली सर्जरी को सफलतापूर्वक लागू किया है और दूरदराज के क्षेत्रों में विश्व स्तरीय सर्जिकल विशेषज्ञता लाई है। AI- संचालित डायग्नोस्टिक्स और टेलीमेडिसिन के साथ मिलकर, ये नवाचार स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बना रहे हैं। यह सुनिश्चित करते हुए कि अत्याधुनिक उपचार हर मरीज तक पहुँचें, चाहे वह किसी भी स्थान पर हो। जैसा कि हम विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाते हैं, हमें उच्च गुणवत्ता वाली, प्रौद्योगिकी-संचालित स्वास्थ्य सेवा को सभी के लिए सुलभ और सस्ती बनाने के लिए सीमाओं को आगे बढ़ाना जारी रखना चाहिए।”

डॉ सुधीर श्रीवास्तव, फाउंडर, एसएस इनोवेशन,

 

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