गुड़गांव से एक किडनी को दिल्ली लाने के लिए दिल्ली यातायात पुलिस ने ग्रीन कॉरिडोर बनाया। 35 वर्षीय युवक के मस्तिष्क मृत घोषित होने के बाद पुलिस को ग्रीन कॉरिडोर बनाने के लिए कॉल किया गया, दोपहर 2.45 पर फोन करने के बाद तीन बजे कॉरिडोर बना दिया गया, और किडनी डेढ़ घंटे के बाद सरगंगाराम अस्पताल पहुंचा दी गई।
दिल्ली यातायात पुलिस के डीसीपी दिनेश गुप्ता ने बताया कि ग्रीन कॉरिडोर के लिए कॉल मिलने के बाद दस मिनट के अंदर हरियाणा और दिल्ली यातयात पुलिस से संपर्क साधा गया। किडनी को गुड़गांव के मेदांता अस्पताल से सरगंगाराम अस्पताल तक पहुंचा था, इसमें गुड़गांव के दस किलोमीटर और सरगंगाराम अस्पताल के पांच किलोमीटर के दायरे में ट्रैफिक अकसर जाम रहता है। ग्रीन कॉरिडोर बनने की सूचना के बाद चेक पोस्ट पर तैनात सभी पुलिस कर्मियों को सचेत कर दिया। मेदांता अस्पताल से दोपहर तीन बजे निकली एंबुलेस शाम 4.30 पर सरगंगाराम अस्पताल पहुंच गई। ग्रीन कॉरिडोर की मदद से 29 किलोमीटर की दूरी को डेढ़ घंटे में तय किया गया। सरगंगाराम अस्पताल के चेअरमैन (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर) डॉ. डीएस राना ने बताया कि किडनी प्रत्यारोपण के लिए पहली बार ग्रीन कॉरिडोर का इस्तेमाल किया गया। 35 वर्षीय युवक की किडनी एक डायलिसिस के मरीज में प्रत्यारोपित की गई। मृतक के दिल सहित अन्य अंगों को मेदांता अस्पताल में ही प्रयोग