नई दिल्ली,
चीन में घातक निमोनिया का असर बढ़ रहा है। अब तक 59 लोगों को यह संक्रमण अपनी गिरफ्त में ले चुका है। संक्रमण का पहला मामला वुहान शहर में पिछले हफ्ते देखा गया। 11 मिलियन जनसंख्या वाले वुहान शहर में एक हफ्ते में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा एक मरीज से बढ़कर 59 हो गया है। चीन जाने और चीन से भारत आने वाले लोगों को मेडिकल संगठन काह्मो (कांफेडेरेशन ऑफ मेडिकल एसोसिएशन ऑफ एशिया एंड ओशियाना)ने पशुओं और संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से मना किया है। प्रारंभिक जांच में समुद्री भोजन करने वालों को इसका खतरा अधिक पाया गया।
वुहान शहर की स्थानीय सरकारी इकाइयों ने शनिवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि यह मीडल ईस्ट रेस्पेरेटरी सिंड्रोम या फिर बर्ड फ्लू हो सकता है, अधिक बेहतर रिपोर्ट में समय लग सकता है, अभी तक मानव से मानव संक्रमण का एक भी मामला समाने नहीं आया है, हम ऐसे 163 लोगों का गहन अध्ययन कर रहे हैं जो संक्रमित लोगों के संपर्क में हैं। बावजूद इसके समुद्री भोजन के बाजारों को बंद कर दिया गया है। काह्मो के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल ने कहा कि संक्रमित पशुओं से मानव शरीर में पायथोजेन आसानी से प्रवेश कर सकता है, लेकिन ऐसे सभी संभावित वजहों के माध्यमों को बंद कर दिया गया है। चीन में निमोनिया के संक्रमण का यह मामला उस समय सामने आया है, जबकि देश में नये वर्ष के उपलक्ष्य में अधिकांश लोग नववर्ष के जश्न के लिए बीजिंग या चीन के अन्य शहरों में जाते हैं। डॉ. केके अग्रवाल ने बताया कि पायथोजन की पहचान अब तक नहीं हो पाई है, बावजूद इसके वुहान शहर के आसपास से आने वाले लोगों को बुखार या निमोनिया की शिकायत होने पर जांच के लिए भेजा जा रहा है। हांगकांग के अधिकारियों के अनुसार वुहान सिटी से आने वाले 30 मरीजों की गहन जांच की गई, लेकिन अभी तक संक्रमण के जिम्मेदान स्ट्रेन की पहचान नहीं हो पाई है, जबकि लोगों में साधारण फ्लू देखा गया।