नई दिल्ली: मेडिकल इतिहास में एक और नया अध्याय जोड़ते हुए डॉक्टरों की टीम ने एक स्कूली बच्चे के दो टुकड़े में हुए जबड़े को फिर से रीकंस्ट्रक्ट करके नया जीवन दिया है। 14 साल का सक्षम खुशनसीब है कि वह समय पर अस्पताल पहुंच गया और डॉक्टरों को उसका ब्लीडिंग रोकने में सफलता मिली और फिर बिना समय गवाएं सर्जरी कर जबड़े को भी रिपेयर कर दिया। डॉक्टर ने कहा कि जबड़े में धंसा ग्रील अगर थोड़ा भी इधर उधर होता हो तो बच्चे की जान पर बन जाती।
फोर्टिस (Fortis) शालीमारबाग के डिपार्टमेंट ऑप प्लास्टिक, एस्थेटिक एंड रिकन्सट्रक्टिव सर्जरी (surgery) के डॉक्टरों की टीम ने क्लास नौ के स्टूडेंट सक्षम का एक रेयर सर्जरी कर जान बचाई है। डॉक्टर के अनुसार पश्चिम विहार इलाके के एक पार्क में दोस्तों के साथ खेलने के दौरान बॉल का पीछा करते हुए सक्षम पार्क ने बाहर कूदने की कोशिश की, जिसमें उसका संतुलन बिगड़ गया और वह सिर के बल पार्क के बाड़े पर ही जा गिरा। उसके दाएं जबड़े की हड्डी (jawbone) दो हिस्सों में टूट गई, ग्रिल ने उसकी गर्दन (neck) से उसके मुंह में घुसकर जबड़े की हड्डी को दो हिस्सों में तोड़ दिया।
उसके दोस्तों ने उसे बाड़े से बाहर निकाला और नर्सिंग होम लेकर गया। ब्लीडिंग बंद करने के लिए उसकी प्रेशर ड्रेसिंग की गई और फिर वहां से उसे फोर्टिस हॉस्पिटल शालीमारबाग रेफर कर दिया गया। डॉक्टर रजत गुप्ता ने सबसे पहले उसे देखा तुरंत इलाज शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि जबड़े की हड्डी दोनों तरफ से डिस्प्लेस हो गई थी और गर्दन और मुंह से भी लगातार ब्लीडिंग हो रही थी।
डॉक्टर ने बताया कि सबसे पहले उसकी उन नसों को बांधा ताकि ब्लीडिंग (Bleeding)रोकी जा सके। उसके बाद चेहरे (Face) और गर्दन में घुसे हुए पत्थरों को बाहर निकाला। उसके जख्म को कई परतों में ठीक किया गया और उसकी गर्दन में एक नली छोड़ी गई और उसके निचले जबड़े के टूटे हुए हिस्सों को अस्थाई तौर पर उन्हें आर्क बार्स और वायरों की मदद से सही स्थान पर रखा गया। पहली सर्जरी के तीन दिन बाद उसे सामान्य एनेस्थिसिया देकर इंटरनल प्रोसेस से उसके निचले जबड़े की प्लेटिंग और फिक्सेशन की गई।
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