नई दिल्ली,
अपनी सुरीली आवाज से देश-दुनिया पर दशकों तक राज करने वाली सुर-साम्राज्ञी लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। ‘भारत रत्न’ से सम्मानित वेटरन गायिका ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 92 वर्ष की थीं। ‘भारत की नाइटिंगेल’ के नाम से दुनियाभर में मशहूर लता मंगेशकर ने करीब पांच दशक तक हिंदी सिनेमा में फीमेल प्लेबैक सिंगिंग में एकछत्र राज किया। उन्होंने 13 साल की छोटी उम्र में गाना शुरू कर दिया था और अपने पूरी जीवन काल में तीस हजार से अधिक गानों को अपना सुर दिया।
मुंबई के ब्रीचकैंडी अस्पताल के चिकित्सकों ने जानकारी देते हुए कहा कि लता मंगेशकर जी आठ जनवरी को कोविड संक्रमण के चलते अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। मल्टीपल आर्गन फेल्यिर की वजह से रविवार सुबह आठ बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। भात की कोकिला के मृत्यु से पूरे देश में शोक की लहर छा गई। लता मंगेशकर के सम्मान में दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। अंतिम दर्शन के लिए उनका शव मुंबई के शिवाजी स्टेडियम में रखा जाएगा, जहां पूरे राष्ट्रीय सम्मान से अंतिम यात्रा के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। लता मंगेशकर के निधन ने राष्ट्रपति सहित प्रधानमंत्री मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। वहीं नितिन गडकरी निधर की खबर के बाद मुंबई के ब्रीचकैंडी अस्पताल पहुंचे।