35 हजार परीक्षार्थियों ने दी नीट परीक्षा

लखनऊ
मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2025 का आयोजन इस बार कुछ अलग था क्योंकि परीक्षा एग्जाम एक ही दिन व एक ही पाली में होनी थी। रविवार को यूजी नीट शहर के 73 केन्द्रों पर आयोजित की गई। इन केन्द्रों पर करीब 35 हजार परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी।
एग्जाम देने के बाद छात्रों का कहना था कि पेपर मीडियम लेवल का रहा। परीक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री, जूलॉजी एवं बॉटनी के प्रश्न पूछे गए थे। परीक्षा देकर निकले कुछ परीक्षार्थियों को भौतिक विज्ञान तो कुछ को रसायन विज्ञान के प्रश्न कठिन लगे। अधिकांश छात्रों ने पेपर अच्छा होने की बात कही। कुछ छात्रों के अनुसार फिजिक्स का सेक्शन पिछले साल की तुलना में कठिन और लम्बा था। इस सेक्शन में ज्यादातर प्रश्न न्यूमेरिकल थे तथा कुछ ही प्रश्न थ्योरी से सम्बन्धित थे। बहुविकल्पीय प्रकार वाले प्रश्न मुश्किल थे। एक दो प्रश्न छोडक़र सभी प्रश्न सिलेबस के अंतर्गत ही थे। इसके अलावा केमिस्ट्री सेक्शन लगभग औसत ही रहा। प्रश्न पत्र में कुछ प्रश्न एनसीईआरटी से भी लिए गए हैं। अनुभाग ए और बी में कार्बनिक, अकार्बनिक और भौतिक रसायन विज्ञान से समान संख्या में प्रश्न थे। इन सबके अतिरिक्त जूलॉजी सेक्शन आसान से मध्यम था लेकिन कुछ इसमें कुछ मुश्किल प्रश्न भी शामिल थे। प्रश्न पत्र में सवाल 11वीं एवं 12वीं का पाठ्यक्रम के आधार पर ही थे।

720 अंक का था प्रश्न पत्र

नीट यूजी एग्जाम में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया है। प्रश्न पत्र कुल 720 अंकों का था। प्रश्न पत्र में कुल 4 खंड (फिजिक्स, केमिस्ट्री, जूलॉजी एवं बॉटनी) थे। प्रत्येक खंड के सेक्शन ए से 35 प्रश्न हल करने जरूरी थे। सेक्शन बी में दिए गए 15 प्रश्नों में से 10 प्रश्न हल करने थे। प्रत्येक सही उत्तर के लिए 4 अंक निर्धारित किये गए थे। इस परीक्षा के लिए एनटीए की ओर से नेगेटिव मार्किंग भी की जाएगी। गलत उत्तर देने पर एक अंक की कटौती की जाएगी। परीक्षा परिणाम जून के दूसरे सप्ताह में आने की उम्मीद है।

कृपाण उतरवाने से नाराजगी

चारबाग स्थित जय नारायण मिश्रा पीजी कॉलेज में एक सिख परीक्षार्थी को कृपाण के साथ नीट परीक्षा में शामिल होना चाहता है। केन्द्र के अफसरों ने उसे ऐसा करने की अनुमति नहीं दी। परीक्षार्थी ने इस पर नाराजगी जताई। छात्र रमनदीप सिंह ने केन्द्र व्यवस्थापक, सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टेटिक मजिस्ट्रेट सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से बात की। लेकिन किसी ने भी कृपाण पहनकर परीक्षा में शामिल होने की बात स्वीकार नहीं की। कृपाण उतारने के बाद ही उसे सेंटर के भीतर जाने की अनुमति मिली। परीक्षा केन्द्र तक पहुंचे उनके भाई और मां ने मामले को तूल देते हुए सिख नेताओं को इसकी सूचना दी। सिख समाज के प्रतिनिधियों ने प्रकरण में कार्रवाई करवाने की बात कही।

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