लखनऊ
भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को देखते हुए राजधानी के अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। संजय गांधी पीजीआई, केजीएमयू और लोहिया संस्थान को भी सतर्क रहने के निर्देश दे दिए गए हैं। सीएमओ ने अस्पतालों में डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) गठित करने के निर्देश दिए हैं।
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि चिविवि और ट्रामा सेंटर हर आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। घायलों की चिकित्सा हो या दवाइयों, उपकरणों तथा अन्य आवश्यक संसाधनों का भंडारण समुचित मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों को भी जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं। सरकारी अस्पतालों में बलरामपुर, सिविल, डफरिन, झलकारीबाई, राम सागर मिश्र, रानी लक्ष्मीबाई, लोकबंधु, महानगर भाऊराव देवरस व ठाकुरगंज संयुक्त चिकित्सालय को अलर्ट किया गया है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। इनमें करीब 20 हजार बेड हैं। बलरामपुर अस्पताल में इमरजेंसी सेवाओं को चुस्त-दुरस्त कर दिया गया है। इमरजेंसी में तैनात डाक्टरों और कर्मियों को निरंतर ड्यूटी पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। कोई भी चिकित्सक बगैर सूचना अवकाश पर नहीं जा सकता है। इमरजेंसी में आने वाले मरीजों की तबियत स्थिर होते ही उसे वार्ड में शिफ्ट करने को कहा गया है। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह ने बताया कि आपात स्थिति को लेकर अस्पतालों में एनस्थीसिया, सर्जन, हड्डी रोग विशेषज्ञ, मेडिसिन, कॉर्डियोलॉजिस्ट, महिला रोग विशेषज्ञ समेत अन्य डॉक्टरों की क्यूआरटी बनाने के लिए कहा गया है। जरूरत के अनुसर बेड आरक्षित किए जा रहे हैं। जरूरी दवाएं व जांच की सुविधाओं को दुरस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं।