
वैज्ञानिक नीति निर्माण की दिशा में केएसएसएससीआई की पहल
लखनऊ, 17 जून 2025:
कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान (केएसएसएससीआई), लखनऊ में मंगलवार को स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी मूल्यांकन (एचटीएइन) पर एक जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य अधिकारियों को एचटीए प्रक्रिया से परिचित कराना और साक्ष्य आधारित स्वास्थ्य नीति निर्माण को प्रोत्साहित करना था। इस बैठक का आयोजन डॉ. आयुष लोहिया, एसोसिएट प्रोफेसर, केएसएसएससीआई एवं एचटीएइन के प्रमुख अनुसंधानकर्ता ने किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक डॉ. एम.एल.बी. भट्ट ने की। इस दौरान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की वैज्ञानिक-एफ डॉ. गीता मेनन और डॉ. ओशीमा सचिन, डॉ. मनीष कुमार सिंह (राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान), डॉ. विजेन्द्र कुमार, डॉ. वरुण विजय (केएसएसएससीआई) तथा 35 राज्य स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहे।
डॉ. भट्ट ने उद्घाटन भाषण में वैज्ञानिक दृष्टिकोण से स्वास्थ्य योजना बनाने की आवश्यकता पर बल दिया और लखनऊ में मॉडल ग्रामीण स्वास्थ्य अनुसंधान इकाई स्थापित करने की इच्छा जताई। डॉ. गीता मेनन ने एचटीए की भूमिका को सस्ती, प्रभावी और समावेशी स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ा। डॉ. ओशीमा सचिन ने इसकी प्रक्रिया को भारतीय संदर्भ में विस्तार से समझाया।
डॉ. विकासेंदु अग्रवाल (क्षेत्रीय निदेशक, गैर-संचारी रोग कार्यक्रम) ने एचटीए को आर्थिक मूल्यांकन का उपयोगी माध्यम बताया। डॉ. आयुष लोहिया ने बताया कि उनके संस्थान ने चार एचटीए अध्ययन पूर्ण किए हैं, जिनमें से दो लागू भी हो चुके हैं। उन्होंने डॉ. पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव, उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग के लिए आभार प्रकट किया।