New Delhi
बीपी, (Blood Pressure) शुगर (Diabetics), थायरॉयड (Thyroid), कोलेस्ट्राल (Cholesterol) या फिर यूरिक एसिड (Uric Acid) को नियंत्रित करने के लिए अकसर लोग एलोपैथी का ही सहारा लेते हैं, एक बार रिपोर्ट में बीपी या शुगर बढ़ा हुआ या घटा हुआ आ जाएं तो आजीवन इन्हें नियंत्रित करने के लिए दवाओं का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन आयुर्वेद की सहायता से भी इन्हें बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है जिससे किसी तरह का दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ता। आयुर्वेद दवाओं की निर्भरता को भी कम करने में मदद करता है। हम बात कर रहे हैं आयुर्वेद (Ayurveda) के ऐसे ही बेहतरीन प्रयोग करने वाले डॉ़ अमरजीत सिंह होरा के बारे में, जिन्होंने इस मिथक को तोड़ा है कि यदि मधुमेह, बीपी या फिर कोलेस्ट्राल बढ़ा है जो जीवनभर के लिए दवाएं लेनी ही पड़ेगी, इसके नवाचार से दवाओं की जरूरत धीरे धीरे कम हो जाती है। निश्चित रूप से कम दवा मतलब बेहतर जीवन।
बातचीत में डॉ अमरजीत सिंह होरा ने बताया कि वह शुरू से ही लोगों की दिनचर्या को काफी बारीकि से देखते थे, और सोचते थे कि आखिर कम उम्र में मधुमेह हो गया, या फिर कोलेस्टाल की बढ्ती स्थिति में हमेशा दवाओं पर ही क्यो निर्भर रहना है क्या आयुर्वेद में ऐसा कुछ है कि लोगों की दवाओं पर निर्भरता कम की जा सके। भारत सरकार के इंटीग्रेटेड हेल्थ (Integrated Health) अवधारणा पर उन्होंने गहन अध्ययन किया। जिसमें उन्होंने पाया कि कुछ जड़ी बूटियों में शुगर, ब्लड प्रेशर और यहां तक की थायरॉयड को नियंत्रित करने की क्षमता है। इसी बात को समझकर उन्होंने इमोटॉल, कार्टिटॉल और नैजिटॉल लांच किया। जिसे नाभि के जरिए इस्तेमाल किया जाता है। अमरजीत ने बताया कि बाजार में बहुत सारे नाभि के तेल उपलब्ध हैं लेकिन नाभि शरीर का बेहद संजिदा अंग होती है, इसमें किसी भी तरह का कैमिकल प्रयोग नहीं किया जा सकता। इसलिए पहली बार नाभि के लिए सटीक औषधियों के सत को प्रयोग किया गया। जिसकी दो बूंद ही काफी होती है। इनका एक प्रोडक्ट कम से कम छह महीने तक चलता है, जो धीरे धीरे दवाओं पर निर्भरता कम करता है। बीपी, शुगर थायरॉयड व यूरिक एसिड के साथ इन औद्याधियों के कुछ अन्य लाभ भी है। क्या इनती एक दवा ही हर किसी मर्ज के लिए है? अमरजीत कहते हैं ऐसा नहीं है जड़ी बूटियों के अलग अलग अर्क अलग अलग परेशानियों के लिए प्रयोग किए जाते हैं, इसलिए हमारे औषधियां भी बदल जाती है। उदाहरण के लिए कार्टिलेज या हडिड्यों की चिकनाइट के लिए कार्टिटॉल है, जो नसों के संकुचन और उम्र के साथ हडि्डयों के घनत्व को कम होने से बचाता है। मालूम हो कि इससे पहले वर्ष 2018 में एमैक्स कंज्यूमर हेल्थ केयर (Amax Consumer Health Care) के बैनर तले अमरजीत ने सबसे पहले डॉ़ आर्थो आयुर्वेदिक तेल लांच किया था जो अकेला ऐसा उत्पाद है जो न केवल दर्द को कम करता है बल्कि यह मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। आज देशभर में इनके उत्पाद के लाखों उपभोक्ता है।
मल्टीनेशनल कंपनी की जॉब छोड़कर शुरू की सेवा
आयुर्वेद के जरिए लोगों को स्वस्थ रखने की मुहिम शुरू करने से पहले अमरजीत सिंह होरा एक मल्टीनेशनल कंपनी के आरएंडडी विभाग में काम करते थे। लेकिन इसके जरिए वह समाज के लिए कुछ बेहतर नहीं कर पा रहे थे। अमरजीत के नाना जी क्योंकि वैध थे इसलिए शुरू से ही जडीबूटियों पर अच्छी पकड़ रही। एमैक्स कंज्यूमर हेल्थ का दायरा देश में ही नहीं विदेश में भी फैल चुका है। अहम यह है कि स्वस्थ आहार, व्यवहार और विचार से जुड़ी इनकी कई विडियो सोशल मीडिया पर जारी होती रही है।