New Delhi
आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष को सोमवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मेडिकल प्रतिष्ठान में ‘वित्तीय अनियमितताओं’ के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। घोष से एजेंसी के साल्ट लेक कार्यालय में नौ अगस्त को आरजी कर अस्पताल की पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी के कथित बलात्कार और हत्या के मामले में15वें दिन भी पूछताछ की गई। बाद मेंउन्हें कोलकाता में सीबीआई के निजाम पैलेस कार्यालय ले जाया गया, जहां एजेंसी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा है और उन्हें गिरफ्तार दिखाया गया।
अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक डॉ. अख्तर अली ने प्रिंसिपल के रूप में घोष के कार्यकाल के दौरान प्रतिष्ठान में कई मामलों में वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत दर्ज कराई थी। ट्रेनी डॉक्टर की हत्या के प्रकाश में आने के बाद घोष को राज्य सरकार ने छुट्टी पर जाने को कहा था।
इससे पहले, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने घोष की सदस्यता निलंबित कर दी थी। घोष आईएमए कोलकाता शाखा के वाइस प्रिंसिपल थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आरवी अशोकन द्वारा गठित अनुशासन समिति ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज को नौ अगस्त को एक सेमिनार हॉल में एक पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद मीडिया की सुर्खियों में आया था, जिसके लिए एक वॉलेंटियर संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया था। महिला के बलात्कार-हत्या की जांच के तहत सीबीआई ने घोष और अन्य पर झूठ पकड़ने वाले परीक्षण शुरू किए थे।