नई दिल्ली, 19 फरवरी
दिल्ली स्कूल ऑफ जर्नलिज्म (डीएसजे) के विद्यार्थियों ने ‘ग्लोबलकॉन्फ्रेंस ऑफ मेडिटेशन लीडर’ में भाग लिया, जिसका आयोजन भारत मंडपम में किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीपधनकड़ थे। इस कॉन्फ्रेंस में मेडिटेशन के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व और जागरूकता को प्रोत्साहित करने के लिए कई गणमान्य व्यक्तित्व शामिल हुए।
डीएसजे की मानद निदेशक और फैकल्टी ने भी की शिरकत
इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में डीएसजे की मानद निदेशक प्रो. भारती गोरे मैडम ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उनके साथ संस्थान के तीन प्रमुख फैकल्टी सदस्य भी शामिल हुए—डॉ. नेहा नेमा (विज्ञान पत्रकारिता शिक्षिका), डॉ. हैरिसहसन (खेल पत्रकारिता शिक्षक), और डॉ. प्रवीण झा (साहित्य और सिनेमा स्ट्डीज शिक्षक)। इन सभी ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया और उन्हें पत्रकारिता कौशल को और बेहतर बनाने के लिए प्रेरित किया। साथ ही, दसवें सेमेस्टर से नृपेन्द्र कुमार मौर्य और हर्षुलभाटिया (नेशनल सिक्योरिटी एंड मीडिया के छात्र) तथा चौथे सेमेस्टर से अनंत तिवारी (फोटोग्राफी विषय के छात्र) भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
विद्यार्थियों ने किए साक्षात्कार, पत्रकारिता कौशल का किया प्रदर्शन
कॉन्फ्रेंस का सबसे आकर्षक पहलू यह रहा कि डीएसजे के छठे सेमेस्टर के विज्ञान पत्रकारिता के विद्यार्थियों ने अपने पत्रकारिता कौशल का प्रदर्शन करते हुए कॉन्फ्रेंस में उपस्थित अतिथियों के साक्षात्कार लिए। इस अनुभव के माध्यम से उन्होंने लाइवरिपोर्टिंग, साक्षात्कार कला और सार्वजनिक कार्यक्रमों को कवर करने का अनमोल अनुभव प्राप्त किया। विद्यार्थियों में इस अवसर को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया और उन्होंने इसे अपने करियर में मील का पत्थर माना।
विद्यार्थियों की तैयारी और उत्साह दिखा
डीएसजे के विद्यार्थियों ने इस कॉन्फ्रेंस में भाग लेने के लिए विशेष तैयारियां की थीं। उन्होंने साक्षात्कार कौशल को निखारने के लिए कई मॉकसेशंस में हिस्सा लिया और कार्यक्रम के विषयों पर गहन शोध किया था। विद्यार्थियों ने इस अनुभव को न केवल अकादमिक रूप से बल्कि व्यावसायिक जीवन के लिए भी बेहद लाभकारी बताया।
भविष्य की पत्रकार पीढ़ी को मिला अनमोल अनुभव
इस प्रकार के वैश्विक मंच पर भाग लेने का अवसर डीएसजे के विद्यार्थियों को पत्रकारिता के व्यावहारिक पहलुओं को समझने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले संवादों से रूबरू होने का मौका दिया। यह कार्यक्रम उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने और सारगर्भित रिपोर्टिंग के लिए तैयार करने में सहायक सिद्ध हुआ।
ग्लोबलकॉन्फ्रेंस ऑफ मेडिटेशन लीडर में दिल्ली स्कूल ऑफ जर्नलिज्म की भागीदारी ने न केवल संस्थान की प्रतिष्ठा को बढ़ाया, बल्कि विद्यार्थियों को वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाने में भी मदद की। यह अनुभव उनके भविष्य के सफल पत्रकार बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।