New Delhi
किडनी मरीजों के लिए सफदरजंग अस्पताल की सुविधाओं में बढ़ोतरी की गई है। सीएसआर पहल के तहत अस्पताल के रीनल केयर यूनिट में तीन नई डायलिसिस मशीनें लगाई गई हैं, जिससे डायलिसिस के लिए मरीजों की प्रतीक्षा सूची कम होगी, इन मशीनों के संचालित करने के लिए तीन नये तकनीशियनों को भी रखा गया है। शरीर में खून साफ करने का काम करने वाली दो किडनी होती है, जिसके खराब होने पर कृत्रिम मशीन यानि डायलिसिस के माध्यम से खून को साफ करने का काम किया जाता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीएसआर कॉपरेट सोशल रेस्पांसिबिलटी के तहत जेके सीमेंट द्वारा आधारशिला एनजीओ के सहयोग से अस्पताल में रिनल केयर यूनिट को बेहतर किया गया है, इसी क्रम में सीएसआर के तहत रिनल केयर यूनिट में डायलिसिस की तीन नई मशीनें डोनेट की गई हैं, इसका संचालित करने के लिए तीन तकनीशियन भी नियुक्त किए गए हैं। अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ वंदना तलवार द्वारा डायलिसिस यूनिट में इस सेवा का उद्घाटन किया गया। जेके सीमेंट के संयुक्त प्रबंध निदेशक माधव सिंघानिया ने बेहतर स्वास्थय सेवा के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को दोहराया और कहा कि रीनल केयर यूनिट में नई डायलिसिस मशीनों के माध्यम से जरूरतमंद को सही समय पर इलाज उपलब्ध कराया जा सकेगा। इसीलिए केवल मशीनों को ही डोनेट नहीं किया गया है, इसको संचालित करने के लिए मानव संसाधन यानि तकनीशियन भी हर समय मौजूद रहेंगे। सफदरजंग अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ वंदना तलवार ने कहा कि नई डायलिसिस मशीन के माध्यम से किडनी समस्या के गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज दिया जा सकेगा। आधारशिला एनजीओ, जेके सीमेंट और सफदरजंग अस्पताल की इस साझेदारी का सीधा लाभ मरीजों को मिलेगा। इससे डायलिसिस की प्रतीक्षा सूची कम होगी, उपकरणों का बेहतर तरीके से रखरखाव संभव होगा, रिनल केयर यानि किडनी इलाज के लिए अस्पताल में चिकित्सीय सुविधाएं बेहतर होगीं, जिससे समग्र स्वास्थय सुविधा पर सकारात्मक असर पड़ेगा। एनजीओ की ट्रस्टी नीना जौली ने बताया कि सरकारी अस्पताल में इस तरह की सुविधा का सीधा लाभ आम लोगों को मिल सकेगा। इस पहल से कॉपरेट और पब्लिक स्वास्थ्य सेवा के बीच साझेदारी बेहतर होगी।