नर्से मेडिकल टूरिज्म में बना सकती हैं अपना भविष्य

देर रात तक मनाया गया नर्सिग दिवस

लखनऊ
चिकित्सा के क्षेत्र में काम करने वाले हेल्थ वर्कर के लिए आज अपार संभावनाएं हैं। इनमें से एक है नर्सिंग ट्रांसलेटर अगर कोई नर्स 6 से 7 भाषाएं को सीख लें तो नर्सिंग ट्रांसलेटर बनकर वह मेडिकल टूरिज्म में अपना भविष्य बन सकती है।
यह बातें राजकीय नर्सिंग संघ के महामंत्री अशोक कुमार ने कही। वह विश्व नर्सिग दिवस पर कॉलेज ऑफ नर्सिंग बाबा एजुकेशनल सोसाइटी की ओर से आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। अशोक कुमार ने नर्सिंग के क्षेत्र में सभी को आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया और बताया कि नर्सिंग के क्षेत्र में आगे बढऩे के लिए बहुत अवसर है नर्सिग क्षेत्र में अवसरों की कमी नहीं है। मेडिकल टूरिज्म के बढ़ते दायरे ने इसे क्षेत्र में सम्भावनाओं के तमाम विकल्प खोल दिये हैं।
इस अवसर पर कॉलेज में दीप प्रज्वलन और शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि अशोक कुमार, विशिष्ट अतिथि सुमन सिंह , राजेश कुमार बाजपेयी और प्रो. (डॉ) अर्चना चौहान ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। सभी अतिथियों का स्वागत प्राचार्य डॉ अर्चना चौहान ने किया। कार्यक्रम के दौरान, बीएससी नर्सिंग (140) और एएनएम (60) छात्रों को नर्सिग की शपथ दिलायी गयी।
देर रात तक चले इस कार्यक्रम में फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जीवनकाल को नर्सिंग छात्रों के द्वाा एक नाटक के रूप में दर्शाया गया और अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गयीं।

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